लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के निदेशक सुरेंद्र राम ने बसपा नेता आफताब की कंपनी विंग्स सहित आठ कंपनियों को ब्लैकलिस्टेड करने की कार्रवाई की है. यह सभी कंपनियां ईओडब्ल्यू और सीबीआई जांच में घिरी हुई हैं. दोनों जांच एजेंसियां द्वारा इन कंपनियों के आर्थिक अपराध की जांच कर रही हैं, जिसके बाद राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन ने इन आठ कंपनियों को ब्लैक लिस्ट करते हुए काम देने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है.
इन 8 कंपनियों को किया गया ब्लैकलिस्टेड
राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के निदेशक सुरेंद्र राम ने जानकारी देते हुए बताया कि जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन के लिए इंप्लीमेंटेशन सपोर्ट एजेंसी आईएसआई के इंपैनलमेंट के लिए 230 निविदाओं में से 180 निविदाओं को तकनीकी रूप से योग्य पाया गया है. यह तथ्य संज्ञान में आने पर तकनीकी रूप से योग्य संस्थाओं में कुछ संस्थाओं की आपराधिक जांच एजेंसी, आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन एवं केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो सीबीआई द्वारा आपराधिक जांच की जा रही है. ऐसी स्थिति में इन संस्थाओं को आवंटित किए जाने का निर्णय लिया गया है.
राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन की तरफ से जिन आठ कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड किया गया है, उनमें विंग्स लखनऊ, सार्वजनिक शिक्षा उन्नयन हरदोई, स्वजन शिक्षण संस्थान, कुर्मांचल नगर, इंदिरा नगर लखनऊ, अभिनव मुजफ्फरनगर के कामकाज की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन द्वारा की जा रही है. जबकि सांई सेवा संस्थान सिद्धार्थनगर, थारू जनजाति महिला विकास समिति गोंडा, ग्रामीण महिला एवं बाल उत्थान सेवा समिति सिद्धार्थनगर, सपोर्ट फॉर इंप्लीमेंटेशन एंड रिसर्च लखनऊ की जांच सीबीआई कर रही है. इसी कारण से इन कंपनियों को ब्लैकलिस्टेड करने की कार्रवाई की गई है. इनमें एक कंपनी विंग्स बसपा नेता आफताब की बताई जा रही है.