लखनऊ: राजधानी में नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी के सख्त निर्देशों के बाद भी अधिकारियों की कार्यशैली पर असर नहीं पड़ रहा है. जल निकासी की व्यवस्था के लिए नगर आयुक्त ने बुधवार को निर्देश दिए थे, जिनका पालन नहीं किया गया. इस पर नगर आयुक्त ने अवर अभियंता धर्मेंद्र पाण्डेय को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का आदेश दिया है.
दरअसल, नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी विशेष सफाई अभियान का निरीक्षण करने इस्माइलगंज द्वितीय वार्ड में पहुंचे थे. यहां सुरेन्द्रनगर और मुलायमनगर के निवासियों ने जलभराव की शिकायत की. वहीं नगर आयुक्त भूमिगत नाले पर बने चैंम्बर पर लगे शटर को देखने पहुंच गए. उन्होंने शटर को हटवाकर मुख्य नाले को भूमिगत नाले से जोड़े जाने का निर्देश बुधवार को निरीक्षण के दौरान दिया था. गुरुवार को निरीक्षण के दौरान कोई सुधार नहीं नजर आया. इस संबंध में अवर अभियंता धर्मेंद्र पाण्डेय से पूछा गया तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. नगर आयुक्त ने फटकार लगाते हुए अवर अभियंता को प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान करने का आदेश दिया.
निरीक्षण में फैजाबाद रोड पर गहमर कुंज कालोनी में नाली जाम मिली. यहां प्रज्ञा फेब्रीकेटर ने नाली को पाट दिया था. नगर आयुक्त ने उस पर 10 हजार जुर्माना लगाने का निर्देश दिया. चिनहट प्रथम वार्ड स्थित फैजाबाद रोड मटियारी फ्लाई ओवर से पालीटेक्निक की ओर चलने पर सर्विस रोड पर मेसर्स एमजे इण्टर प्राइजेज के सामने निर्मित गहरे नाले में खान-पान की निष्प्रयोज्य सामग्री पायी गई. सर्विस रोड पर नियमित सफाई कार्य भी नहीं मिला. नगर आयुक्त ने कार्यदायी संस्था मेसर्स ए-टू-जेड पर 20 हजार रुपए जुर्माना लगाने के साथ ही भविष्य में कार्य में लापरवाही न बरतने की हिदायत दी.
वार्ड अन्तर्गत सुरेन्द्र नगर, अवरलैण्ड कालोनी, गुलजार कालोनी, कमता, कल्याणी बिहार, पटेल नगर, इस्माइलगंज गांव आदि क्षेत्र में चलाये जा रहे विशेष सफाई अभियान के दौरान सफाई कार्य कर रहे श्रमिकों की स्थलीय जांच करायी गई. मौके पर लगभग 250 सफाई श्रमिक कार्य करते हुए पाये गये. क्षेत्र में 29 वाहनों एवं 250 सफाई श्रमिकों का उपयोग कर सफाई कार्य कराते हुए नियमित सफाई, खाली प्लाटों पर एकत्रित कूड़े का उठान कराया गया. इस अभियान के तहत लगभग 30 एमटी कूडे का उठान एवं 85 एमटी मलवा उठान सुनिश्चित कराया गया.