लखनऊः राजधानी लखनऊ के विकासखंड बख्शी का तालाब के पर्वतपुर गांव में बुधवार को नेशनल मिशन फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर योजना के अंतर्गत एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में किसानों को आमदनी दोगुनी करने और खेती करने के बारे में विस्तार से बताया गया. इस दौरान सीबी गुप्ता कृषि महाविद्यालय के सहायक आचार्य डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह ने किसानों को बताया कि खेतों की मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने के गोबर की खाद प्रयोग करें. कभी भी आवश्यकता से अधिक रासायनिक खादों का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
घर में ही तैयार करें सब्जियों की नर्सरी
डॉ. सिंह ने आलू किसानों को सलाह दी की आलू की खुदाई में जल्द बाजी न करें. जब तक आलू पूर्ण रूप से पक ना जाए तब तक ना खोदें. घरों में ही खरबूजा, ककड़ी तरबूज की नर्सरी तैयार कर लें और फरवरी के दूसरे सप्ताह में इनकी रोपाई कर दें. डॉ. सत्येंद्र सिंह ने किसानों को खरबूज की हरा मधु, लोकल पीला एवं पूसा शारदा प्रजाति लगाने की सलाह दी. उन्होंने बताया कि इस प्रजाति के खरबूज की खेती करने से किसानों की आमदनी बढ़ेगी.
मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित
कार्यक्रम में तकनीकी सहायक राणा प्रताप सिंह ने किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए. अवनीश कुमार वर्मा ने किसानों को दी जाने वाली योजनाओं के बारे में बताया. इस अवसर पर बख्शी का तालाब बीज केंद्र के इंचार्ज प्रमोद यादव, तकनीकी सहायक कृषि अवनेश कुमार वर्मा, राणा प्रताप सिंह ने गांव के प्रगतिशील किसानों को प्रशिक्षण दिया.