लखनऊ: शिक्षाविद् डॉ. जगदीश गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को साथ मिलकर वर्ल्ड पार्लियामेंट बनाने की अपील की है. डॉक्टर जगदीश गांधी का मानना है कि आगे आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए विश्व संसद का गठन बहुत ही महत्वपूर्ण है. मानव जाति का भविष्य दूसरे विश्व युद्ध के बाद से पिछले सात दशकों के दौरान अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन के कारण और भी अधिक असुरक्षित हो गया है.
सीएमएस संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी ने लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि विश्व संसद को यूरोपीय संसद की तरह बनना चाहिए, जो कि 27 यूरोपीय राष्ट्रों का एक संगठन है और यह संगठन इन यूरोपीय राष्ट्रों की एकता शांति और समृद्धि के साझा लक्ष्य के लिए काम कर रहा है. जहां किसी भी देश को अपनी संप्रभुता नहीं छोड़नी है.
भारत रत्न अटल बिहारी की थी यही इच्छा
जगदीश गांधी ने पीएम मोदी और अमेरिकी प्रेसिडेंट ट्रंप से अपील की है कि वो ग्लोबल मीटिंग बुलाकर एक विश्व संसद का निर्माण करें. डॉक्टर गांधी ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई जी स्वयं यह चाहते थे. उन्होंने कहा था कि हम जंग न होने देंगे, हम विश्वशांति के साधक हैं, जंग न होने देंगे.
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भारत के प्रधानमंत्री मोदी का अपने देश की प्राचीन संस्कृति और सभ्यता वसुदेव कुटुंबकम और भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 में अटूट विश्वास है. भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 में विश्व शांति का प्रावधान किया गया है. प्रधानमंत्री मोदी जी ने अनेकों बार विश्व शांति एवं विश्व एकता के बारे में कहा है.
विश्वशांति के लिए चला रहे हैं अभियान
बता दें कि सीएमएस के संस्थापक डॉक्टर जगदीश गांधी लगातार विश्व शांति के प्रति अपना अभियान चला रहे हैं. इसी कड़ी में ट्रंप के भारत आगमन पर उन्होंने देश के प्रधानमंत्री मोदी व अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप से यह अपील की है.
ट्रंप को याद दिलाया चुनावी वादा
डॉ. गांधी ने राष्ट्रपति ट्रंप को चुनाव अभियान के दौरान किए गए वादों की याद दिलाते हुए कहा आपने कहा था 'मुझे लगता है कि मैं दुनिया में एकता लाऊंगा यही मैं करता हूं. मैं शांति और एकता के लिए काम करता हूं'. 24 मई 2017 को पवित्र वेटिकन सिटी में ट्रंप ने परम पूज्य पोप से वादा किया था. मैं दुनिया में शांति कायम करने के लिए पहले से कहीं अधिक दृढ़ हूं.