लखनऊ: केजीएमयू के एक डॉक्टर पर दो बीवियां रखने का आरोप लगा है. पहली पत्नी की शिकायत पर कुलपति डॉ. विपिन पुरी ने जांच के आदेश दिए हैं. इसमें चार सदस्यीय टीम यह जांच करेगी डॉक्टर की दो बीवी हैं या नहीं है. साथ ही यह भी पता लगाएगी की अगर डॉक्टर की दो पत्नी है तो क्या डॉक्टर ने पहली पत्नी को तलाक देने के बाद दूसरी शादी की है या फिर बिना तलाक के ही दूसरी शादी की है. कुलपति ने इस मामले की पूरी तहकीकात कर रिपोर्ट 15 दिन में सौंपने के निर्देश हैं.
जांच में अगर आरोप सही पाया जाता है तो दो पत्नी रखने के आरोपों में डॉक्टर के खिलाफ सरकारी सेवा नियमावली के तहत कार्रवाई होगी. इसमें निलंबन से लेकर बर्ख़ास्तगी तक की सजा है. जांच टीम में डीन डेंटल डॉ. आर के सिंह, माइक्रोबायोलॉजी की हेड डॉ. अमिता जैन, लीगल सेल के डॉ. मनीष बाजपेयी, ईएनटी के डॉ. वीरेंद्र वर्मा शामिल हैं.
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पीड़िता को जांच कमेटी पर भरोसा नहीं : पीड़िता के मुताबिक जांच कमेटी के एक डॉक्टर ऐसे भी जो दो शादी कर चुके हैं.ऐसे में न्याय मिलना मुश्किल है.पीड़िता ने कहा कि कमेटी ने सोमवार को मामले की सुनवाई के लिए उसे बुलाया लेकिन किसी ने उसका पक्ष नहीं सुना और न ही साक्ष्य हाजिर करने का मौका दिया. कमेटी के सदस्य सिर्फ आरोपी डॉक्टर पति से ही बात करते रहे और मुझसे दस्तखत करवाकर जाने के लिए कह दिया.
सीएम से न्याय की गुहार: पीड़िता ने जांच कमेटी से निराशा मिलने के बाद कुलपति को फोन कर अपना पक्ष रखने की कोशिश की तो कुलपति ने मीटिंग में होने का हवाला देकर फोन काट दिया. संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने तो मामले की जानकारी होने से ही इनकार कर दिया. ऐसे में हर जगह से निराशा मिलने के बाद उसने डिप्टी सीएम और सीएम को ट्वीट कर न्याय की गुहार लगाई है.
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