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डिप्टी सीएमओ के अधिकारियों को सीएचसी का बनाया गया नोडल अफसर

सीएमओ कार्यालय में बैठकर प्रशासनिक कार्यों को अंजाम देने वाले डॉक्टरों को सीएचसी से सम्बद्ध किया गया है. सीएमओ के अधीन दस डिप्टी सीएमओ स्तर के अधिकारी कार्यरत हैं.

सीएमओ कार्यालय
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Published : Jun 20, 2021, 10:45 PM IST

लखनऊ: सीएमओ कार्यालय में बैठकर प्रशासनिक कार्यों को अंजाम देने वाले डॉक्टरों को सीएचसी से सम्बद्ध किया गया है. सीएमओ के अधीन दस डिप्टी सीएमओ स्तर के अधिकारी कार्यरत हैं. उन सभी को राजधानी की अलग-अलग सीएचसी का नोडल अधिकारी बनाया गया है. ये लोग सप्ताह के तीन दिन मरीज देखने पहुंचेंगे.

जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और बीएमसी पर डॉक्टरों की कमी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों को वहां सेवा देने का आदेश दिया था. इसके बाद अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों को अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर ओपीडी करने के आदेश जारी कर दिए.

महानिदेशालय से लेकर सीएमओ कार्यालय तक तैनात डॉक्टरों को मरीजों के इलाज की जिम्मेदारी सौंपी गई. स्वास्थ्य भवन के तीन ज्वाइंट डायरेक्टर स्तर के डॉक्टरों को बीएमसी अलीगंज भेजा गया है. यह डॉक्टर सप्ताह के तीन दिन बीएमसी पर जाएंगे. इसमें बाल रोग विशेषज्ञ व नेत्र रोग विशेषज्ञ शामिल हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय भटनागर के अधीन दस चिकित्सा अधिकारी तैनात हैं. बाल रोग विशेषज्ञ, कैंसर व नेत्र चिकित्सक डिप्टी सीएमओ स्तर पर तैनात हैं. इनको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है. यह सभी इन स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर मरीजों को देखेंगे.

पढ़ें: अनुप्रिया ने भाजपा से मां के लिए मांगी एमएलसी सीट, ताकि एक हो सके परिवार


नई व्यवस्था के अनुसार सभी डॉक्टर सप्ताह के तीन दिन दो घंटे ओपीडी में बैठेंगे. डॉक्टर अपनी विधा के अनुसार मरीजों को देखेंगे. उनकी ड्यूटी सीएमओ द्वारा लगाई जाएगी. सीएमओ ही ड्यूटी का दिन और तारीख तय करेंगे. ओपीडी का रजिस्टर बनेगा और उसे शासन को भेजा जाएगा. प्रशासनिक पदों पर तैनात अन्य डॉक्टरों को भी आवश्यतानुसार दूसरे अस्पतालों और बीएमसी पर भेजा जाएगा.

लखनऊ: सीएमओ कार्यालय में बैठकर प्रशासनिक कार्यों को अंजाम देने वाले डॉक्टरों को सीएचसी से सम्बद्ध किया गया है. सीएमओ के अधीन दस डिप्टी सीएमओ स्तर के अधिकारी कार्यरत हैं. उन सभी को राजधानी की अलग-अलग सीएचसी का नोडल अधिकारी बनाया गया है. ये लोग सप्ताह के तीन दिन मरीज देखने पहुंचेंगे.

जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और बीएमसी पर डॉक्टरों की कमी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों को वहां सेवा देने का आदेश दिया था. इसके बाद अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों को अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर ओपीडी करने के आदेश जारी कर दिए.

महानिदेशालय से लेकर सीएमओ कार्यालय तक तैनात डॉक्टरों को मरीजों के इलाज की जिम्मेदारी सौंपी गई. स्वास्थ्य भवन के तीन ज्वाइंट डायरेक्टर स्तर के डॉक्टरों को बीएमसी अलीगंज भेजा गया है. यह डॉक्टर सप्ताह के तीन दिन बीएमसी पर जाएंगे. इसमें बाल रोग विशेषज्ञ व नेत्र रोग विशेषज्ञ शामिल हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय भटनागर के अधीन दस चिकित्सा अधिकारी तैनात हैं. बाल रोग विशेषज्ञ, कैंसर व नेत्र चिकित्सक डिप्टी सीएमओ स्तर पर तैनात हैं. इनको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है. यह सभी इन स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर मरीजों को देखेंगे.

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नई व्यवस्था के अनुसार सभी डॉक्टर सप्ताह के तीन दिन दो घंटे ओपीडी में बैठेंगे. डॉक्टर अपनी विधा के अनुसार मरीजों को देखेंगे. उनकी ड्यूटी सीएमओ द्वारा लगाई जाएगी. सीएमओ ही ड्यूटी का दिन और तारीख तय करेंगे. ओपीडी का रजिस्टर बनेगा और उसे शासन को भेजा जाएगा. प्रशासनिक पदों पर तैनात अन्य डॉक्टरों को भी आवश्यतानुसार दूसरे अस्पतालों और बीएमसी पर भेजा जाएगा.

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