लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय अगले सेशन से डुएल डिग्री प्रोग्राम को अपनी मंजूरी दी है. इसके साथ ही विद्यालय में पढ़ रहे छात्र अगले सेशन से एक साथ दो डिग्री कर सकेंगे. बता दें, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grants Commission) ने लेटर जारी कर सभी विश्वविद्यालयों को कहा था कि वह एक एकेडमिक सेशन में छात्रों को 2 डिग्री करने की छूट प्रदान करें. इसके बाद बीते दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्य परिषद की बैठक में विश्वविद्यालय के छात्रों को एक साथ दो डिग्री करने की अनुमति प्रदान कर दी. हालांकि यह छूट छात्रों को अगले शैक्षणिक सत्र से मिलेगा.
लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन (Lucknow University Administration) का कहना है कि जो छात्र एक साथ दो एकेडमिक कोर्स को करना चाहते हैं. वह रेगुलर और ऑनलाइन मोड में ऐसा कर सकते हैं. लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय (Vice Chancellor of Lucknow University Prof. Alok Kumar Rai) के अनुसार एक कोर्स फुल टाइम और फिजिकल मोड में और दूसरा ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग मोड से कर सकते है. छात्र ऑनलाइन मोड में या एक साथ दो ओडीएल, ऑनलाइन प्रोग्राम कर सकते हैं. अब तक कई स्टूडेंट्स एक साथ दो कोर्स करना चाहते थे, लेकिन उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं थी.
लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि इसके तहत कोई छात्र विश्वविद्यालय व संबद्ध डिग्री कॉलेज से दो रेगुलर की डिग्री नहीं प्राप्त कर सकता. वह किसी रेगुलर कोर्स में प्रवेश लेने के साथ ऑनलाइन मोड या डिस्टेंस लर्निंग से कोई दूसरा कोर्स उसी समय अवधि में कर सकता है. जैसे एक ही कॉलेज में बीए में प्रवेश ले चुका छात्र उसी समय अवधि में बीसीए करना चाहता है तो उसे यह कोर्स ऑनलाइन मोड में करना होगा. यूजीसी ने छात्रों को साथ ही यह ऑप्शन भी दिया है कि वे जिस यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं. वहीं से चाहें तो ऑनलाइन मोड में दूसरे कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं या अलग-अलग यूनिवर्सिटी से अलग-अलग कोर्स करना चाहते हैं तो वो भी कर सकतें हैं.
पीजी और यूजी साथ कर सकतें हैं : कुछ छात्र अपने पोस्ट ग्रेजुएशन के समय किसी अलग स्ट्रीम से ग्रेजुएशन करना चाहते हैं. अब तक वे ऐसा नहीं कर सकते थे, लेकिन अब यूजीसी ने निर्देश दिया है कि कोई छात्र अगर पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहा है और उसे फिर से ग्रेजुएशन करना है तो वह एडमिशन ले सकता है. अगर किसी छात्र को डिग्री कोर्स के साथ डिप्लोमा कोर्स करने का मन है तो वह इसमें भी एडमिशन ले सकता है. इसके अलावा एमफिल और पीएचडी करने वाले छात्रों के लिए यह सुविधा नहीं है. यह सुविधा लेक्चर बेस्ड जितने भी कोर्स हैं उन सभी के लिए है. कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने बताया कि यूजीसी के निर्देशानुसार डुएल डिग्री कोर्स को मंजूरी दे दी गई है. ऐसे में विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को अगर यह डिग्री प्राप्त करना है. तो उसे किसी दूसरे विश्वविद्यालय ना जाना पड़े, इसके लिए यूनिवर्सिटी अगले साल से खुद का ऑनलाइन कोर्स शुरू करेगा. विश्वविद्यालय अपने अगले शैक्षिक स्वास्थ्य छात्रों को रेगुलर कोर्स के साथ ऑनलाइन कोर्स में प्रवेश का भी मौका देगा.
यह भी पढ़ें : जंगल में छोड़े जाएंगे लखीमपुर खीरी के दुधवा टाइगर रिजर्व के गैंडे