लखनऊः जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश की एक अस्पताल में भगवा रंग के बेड के साथ वाली फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है. इसको लेकर विपक्ष हमलावर हो गया है. कई विपक्षी नेताओं ने इसे चाटुकारिता की पराकाष्ठा तक बता दिया है. विपक्षी नेताओं के साथ ही सोशल मीडिया पर तमाम अन्य लोगों ने लिखा है कि लखनऊ के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं और अधिकारी चाटुकारिता में इस कदर मस्त है कि बेडशीट के रंग में भी भगवा कि राजनीति कर रहे हैं. जो ठीक नहीं है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने ये लिखकर किया हमला
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने लिखा है कि इस विषम परिस्थिति में भगवा रंग नहीं लोगों को इलाज की जरूरत है. कुछ दिनों के लिए रंगों की राजनीति को अलग रख लीजिए. जब स्थितियां सामान्य हो जाएगी तो अपनी भगवा रंग की राजनीति कर लीजिएगा. वहीं पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता राकेश सचान ने लिखा है कि इस विषम परिस्थिति में भी बेडशीट के 'रंग' की राजनीति! ये ऊपर से आदेश के तहत हुआ या अधिकारियों की ‘चाटुकारिता’ के चलते. वहीं इमरान प्रतापगढ़ी ने डीएम अभिषेक प्रकाश की भगवा रंग के बेड़ के साथ वाली फोटो पोस्ट करते हुए लिखा है कि वाह री चाटूकारिता.
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पूर्व आईएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा, मौतों के बीच भी अधिकारी की चाटूकारिता
यही नहीं अपने ट्वीट और बयानों से योगी सरकार को घेरने वाले पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने भी लिखा है कि मौतों के बीच भी अधिकारी ‘चाटुकारिता’ नहीं भूले. बेडशीट का रंग भगवा, बात छोटी सी है, पर संदेश बड़ा. सूर्य प्रताप के ट्वीट काफी संख्या में लोगों ने कमेंट करते हुए सरकार और आईएएस अधिकारी पर निशाना साधते रहे हैं.
अस्पताल में भगवा चादर, कोरोना वायरस के खात्मा हो सकेला
भोजपुरी भाषा को बढ़ावा देने को लेकर मुहिम चलाने वाले नवीन तिवारी लिखते हैं कि अस्पताल में भगवा चादर ! भगवा रंग के असर कोरोना वायरस के खात्मा में हो सकेला असरदायक होखे.