लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद में गुरुवार को राष्ट्रगान के अनादर का सवाल उठा. अनिश्चितकाल के लिए सत्र स्थगित किए जाने के अवसर पर जब विधान परिषद में राष्ट्रगान गाया गया तो शिक्षक दल के कुछ सदस्य वेल में धरने पर ही बैठे रहे.
विधान परिषद की कार्यवाही बुधवार को पूरी तरह हंगामें और शोर-शराबे की भेंट चढ़ गई. सत्ता पक्ष की विधायी कार्य को निपटाने की जल्दी और विपक्षी सदस्यों के नारेबाजी के बीच अधिष्ठाता यज्ञदत्त शर्मा ने राष्ट्रगान गाए जाने के लिए सभी सदस्यों को सूचित किया. शिक्षक दल के नेता ओम प्रकाश शर्मा के साथ परिषद के शिक्षक सदस्य वेल में धरने पर बैठे रहे.
वहीं समाजवादी पार्टी के सदस्य वेल में ही खड़े थे और राष्ट्रगान के मौके पर वह सावधान मुद्रा में खड़े हो गए. जबकि शिक्षक दल के सदस्य जमीन में बैठे रहे.
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इस बारे में जब शिक्षक सदस्यों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सदन व्यवस्थित ही नहीं था. जब तक सदन व्यवस्थित न हो, तब तक राष्ट्रगान के लिए आवाह्रन नहीं किया जा सकता. ऐसे में राष्ट्रगान नियमानुसार पूरा ही नहीं हुआ. सत्र का ठीक अवसान नहीं हुआ है. ऐसे में राष्ट्रगान के अनादर का सवाल नहीं उठता.