लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग में विवाद खड़ा हो गया है. विवाद एमबीए पाठ्यक्रम को लेकर है. विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग की ओर से एमबीए फाइनेंस एंड एकाउंट कोर्स शुरू करने का फैसला लिया है. वहीं, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग की ओर से इस पर आपत्ति उठा दी गई है. शिकायत है कि पहले ही बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग और इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंस में इस पाठ्यक्रम का संचालन किया जा रहा है.
बता दें, कॉमर्स विभाग ने एमबीए फाइनेंस एंड एकाउंट कोर्स शुरू करने का फैसला लिया है. नए सत्र में दाखिले होने हैं. करीब 40 सीट निर्धारित की गई हैं. बीते दिनों बोर्ड ऑफ स्टडीज में इसे पास भी करा लिया गया. विभागाध्यक्ष प्रो. अवधेश त्रिपाठी का कहना है कि वह नियम सही हैं. सभी वैधानिक प्रक्रियाओं से गुजर कर ही यह फैसला लिया गया है.
अब, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के विभागाध्यक्ष संजय मेधावी ने आपत्ति उठा दी. उनका कहना है कि पहले ही दो जगह एमबीए संचालित किया जा रहा है. ऐसे में एक और विभाग में इस तरह का पाठ्यक्रम संचालित करना उचित नहीं होगा. इस पर विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष भी आपत्ति दर्ज कराई गई है.
1955 से चल रहा है एमबीए
लखनऊ विश्वविद्यालय के बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग में एमबीए पाठ्यक्रम का संचालन करीब 1955 से किया जा रहा है. यह नियमित पाठ्यक्रम है. वहीं, इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंस में सेल्फ फाइनेंस मोड पर एमबीए पाठ्यक्रम का संचालन किया जा रहा है.
इनमें, एमबीए मार्केटिंग, एमबीए फाइनेंस, एमबीए एचआर, एमबीए आइबी (इंटरनेशनल बिजनेस) और एमबीए इंटरप्रिन्योरशिप एंड फैमिली बिजनेस जैसे पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं.