ETV Bharat / state

लखनऊ: लोहिया संस्थान में सुविधाओं पर निदेशक का बयान, कहा- डॉक्टरों का रखा जा रहा है ध्यान - कोरोना वायरस

बीते सोमवार को लोहिया संस्थान पर आरोप लगा था कि डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. संस्थान के निदेशक डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि सुविधाएं न मिलने का आरोप पूर्णतया गलत है. हम आईसीएमआर और विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस का पालन कर रहे हैं. सभी डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को सुविधा मुहैया करवा रहे हैं.

कोरोना वायरस.
लोहिया संस्थान.
author img

By

Published : Mar 24, 2020, 9:18 PM IST

लखनऊ: प्रदेश में आपातकालीन स्थिति जैसा माहौल हो गया है, लेकिन इसके बावजूद चिकित्सीय सेवाएं अपनी पूर्व निर्धारित तरीके से चल रही हैं. चिकित्सा सेवाओं को जारी रखने के बीच कुछ ऐसे आरोप भी लग रहे थे कि डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. उन्हें संक्रमण होने का खतरा है. लोहिया संस्थान के इन सभी आरोपों को निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने सिरे से खारिज किया है.

लोहिया संस्थान पर आरोप के बाद निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने दी सफाई.

राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान कि स्टाफ नर्स द्वारा बीते सोमवार को एक सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किया गया था कि उन्हें चिकित्सीय सेवाओं के दौरान उचित सुविधाएं नहीं मिल रही है. अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी भी इसका समर्थन कर रहे हैं. स्पॉर्क संस्थान के निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने मंगलवार की सुबह एक मीटिंग बुलाई. मीटिंग में उन सभी स्टॉफ नर्सेज, डॉक्टर्स और अन्य स्टॉफ से बातचीत की.

डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि आपातकालीन स्थिति होने के बावजूद हमारे अस्पताल की चिकित्सीय सेवाएं जारी हैं. मरीजों को समुचित इलाज दिया जा रहा है. इसके साथ ही हमारे यहां कार्य कर रहे हर स्वास्थ्यकर्मी को संक्रमण न हो इस बात का भी ख्याल रखा जा रहा है. सुविधाएं न मिलने का आरोप पूर्णतया गलत है. हम आईसीएमआर और विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस का पालन कर रहे हैं. सभी डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को सुविधा मुहैया करवा रहे हैं.

इसे भी पढ़ें:- लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या, 33 पर पहुंचा आंकड़ा

डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि n95 मास्क की मांग स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा की जा रही है. इसके बारे में जानकारी न होना ही सबसे बड़ी परेशानी है. यह मास्क उन व्यक्तियों को मुहैया करवाया जाता है, जो कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच कर रहे हैं या फिर कोरोना संक्रमित व्यक्ति का इलाज कर रहे हैं. संक्रमण के खतरा होने की स्थिति में डॉक्टर त्रिपाठी ने बताया कि किसी भी तरह के वायरल इनफेक्शन से पीड़ित व्यक्ति के आने पर हमारे डॉक्टर से स्वास्थ्य कर्मचारी पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स को पहनकर ही व्यक्ति की जांच करते हैं.




लखनऊ: प्रदेश में आपातकालीन स्थिति जैसा माहौल हो गया है, लेकिन इसके बावजूद चिकित्सीय सेवाएं अपनी पूर्व निर्धारित तरीके से चल रही हैं. चिकित्सा सेवाओं को जारी रखने के बीच कुछ ऐसे आरोप भी लग रहे थे कि डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. उन्हें संक्रमण होने का खतरा है. लोहिया संस्थान के इन सभी आरोपों को निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने सिरे से खारिज किया है.

लोहिया संस्थान पर आरोप के बाद निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने दी सफाई.

राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान कि स्टाफ नर्स द्वारा बीते सोमवार को एक सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किया गया था कि उन्हें चिकित्सीय सेवाओं के दौरान उचित सुविधाएं नहीं मिल रही है. अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी भी इसका समर्थन कर रहे हैं. स्पॉर्क संस्थान के निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने मंगलवार की सुबह एक मीटिंग बुलाई. मीटिंग में उन सभी स्टॉफ नर्सेज, डॉक्टर्स और अन्य स्टॉफ से बातचीत की.

डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि आपातकालीन स्थिति होने के बावजूद हमारे अस्पताल की चिकित्सीय सेवाएं जारी हैं. मरीजों को समुचित इलाज दिया जा रहा है. इसके साथ ही हमारे यहां कार्य कर रहे हर स्वास्थ्यकर्मी को संक्रमण न हो इस बात का भी ख्याल रखा जा रहा है. सुविधाएं न मिलने का आरोप पूर्णतया गलत है. हम आईसीएमआर और विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस का पालन कर रहे हैं. सभी डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को सुविधा मुहैया करवा रहे हैं.

इसे भी पढ़ें:- लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या, 33 पर पहुंचा आंकड़ा

डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि n95 मास्क की मांग स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा की जा रही है. इसके बारे में जानकारी न होना ही सबसे बड़ी परेशानी है. यह मास्क उन व्यक्तियों को मुहैया करवाया जाता है, जो कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच कर रहे हैं या फिर कोरोना संक्रमित व्यक्ति का इलाज कर रहे हैं. संक्रमण के खतरा होने की स्थिति में डॉक्टर त्रिपाठी ने बताया कि किसी भी तरह के वायरल इनफेक्शन से पीड़ित व्यक्ति के आने पर हमारे डॉक्टर से स्वास्थ्य कर्मचारी पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स को पहनकर ही व्यक्ति की जांच करते हैं.




ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.