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लखनऊ: डायल 112 ने लॉकडाउन में 2 लाख से अधिक लोगों तक पहुंचाया राशन - डायल 112 ने लोगों को पहुंचा राशन खबर

राजधानी लखनऊ में डायल 112 ने लॉकडाउन के दौरान 2 लाख से अधिक लोगों तक राशन पहुंचाया है. साथ ही 45000 लोगों को दवाइयां उपलब्ध कराई है. वहीं एडीजी डायल 112 असीम अरुण ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान लोगों की छोटी-छोटी जरूरतों का ध्यान रखा गया है.

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dial 112 work in lockdown news
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Published : Jun 4, 2020, 12:12 PM IST

लखनऊ: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान डायल 112 की भूमिका खास रही है. गृह विभाग से मिली जानकारी के अनुसार डायल 112 ने लॉकडाउन के दौरान 2 लाख से अधिक जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई है. वहीं बीमार बुजुर्ग और जरूरतमंद लगभग 45000 लोगों को जीवन रक्षक दवाइयां उपलब्ध कराई हैं.

dial 112 work in lockdown
लॉकडाउन में डायल 112 ने 2 लाख से अधिक लोगों तक राशन पहुंचाया है.
जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध कराई खाद्य सामग्री
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि डायल 112 के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान 24 मार्च 2020 से लेकर 31 मई 2020 तक डायल 112 की पीआरबी गाड़ियों ने 280000 से अधिक जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाई है, जिनमें से 200000 से अधिक लोगों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई गई है. इस दौरान डायल 112 द्वारा बीमार बुजुर्ग और जरूरतमंद 45000 व्यक्तियों को दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं. 26000 लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में पीआरबी की गाड़ियों ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. इस अवधि के दौरान पीआरवी की गाड़ियों ने 8000 से अधिक व्यक्तियों तक जरूरी घरेलू वस्तुएं जैसे सिलेंडर, दूध, पेट्रोल उपलब्ध कराया है.

लॉकडाउन के दौरान छोटी-छोटी आवश्यकताओं का रखा गया ख्याल
एडीजी डायल 112 असीम अरुण ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान लोगों की छोटी-छोटी जरूरतों का ध्यान रखा गया है, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान यह छोटी-छोटी जरूरत है लोगों के लिए काफी बड़ी थीं. एक उदाहरण देते हुए असीम अरुण ने बताया कि डायल 112 के मीडिया टेक्स्ट पर बिहार से आदर्श कुमार सिंह का एक ट्विट मिला जिसमें आदर्श कुमार सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी लखनऊ में एक नवजात बच्चे के साथ रह रही हैं. बच्चे का मिल्क (बेबी फीड) खत्म हो गया है. बच्ची भूख से परेशान है. सूचना मिलते ही पीआरवी ने आदर्श से संपर्क किया और तत्काल बेबी फूड बताए गए पते पर पहुंचाया गया. ऐसे ही डायल 112 को सूचना मिलने पर बहराइच जिले के एक गांव में रहने वाले एक बुजुर्ग को लॉकडाउन के दौरान दवाइयां उपलब्ध कराई गईं.

लखनऊ: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान डायल 112 की भूमिका खास रही है. गृह विभाग से मिली जानकारी के अनुसार डायल 112 ने लॉकडाउन के दौरान 2 लाख से अधिक जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई है. वहीं बीमार बुजुर्ग और जरूरतमंद लगभग 45000 लोगों को जीवन रक्षक दवाइयां उपलब्ध कराई हैं.

dial 112 work in lockdown
लॉकडाउन में डायल 112 ने 2 लाख से अधिक लोगों तक राशन पहुंचाया है.
जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध कराई खाद्य सामग्री
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि डायल 112 के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान 24 मार्च 2020 से लेकर 31 मई 2020 तक डायल 112 की पीआरबी गाड़ियों ने 280000 से अधिक जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाई है, जिनमें से 200000 से अधिक लोगों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई गई है. इस दौरान डायल 112 द्वारा बीमार बुजुर्ग और जरूरतमंद 45000 व्यक्तियों को दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं. 26000 लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में पीआरबी की गाड़ियों ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. इस अवधि के दौरान पीआरवी की गाड़ियों ने 8000 से अधिक व्यक्तियों तक जरूरी घरेलू वस्तुएं जैसे सिलेंडर, दूध, पेट्रोल उपलब्ध कराया है.

लॉकडाउन के दौरान छोटी-छोटी आवश्यकताओं का रखा गया ख्याल
एडीजी डायल 112 असीम अरुण ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान लोगों की छोटी-छोटी जरूरतों का ध्यान रखा गया है, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान यह छोटी-छोटी जरूरत है लोगों के लिए काफी बड़ी थीं. एक उदाहरण देते हुए असीम अरुण ने बताया कि डायल 112 के मीडिया टेक्स्ट पर बिहार से आदर्श कुमार सिंह का एक ट्विट मिला जिसमें आदर्श कुमार सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी लखनऊ में एक नवजात बच्चे के साथ रह रही हैं. बच्चे का मिल्क (बेबी फीड) खत्म हो गया है. बच्ची भूख से परेशान है. सूचना मिलते ही पीआरवी ने आदर्श से संपर्क किया और तत्काल बेबी फूड बताए गए पते पर पहुंचाया गया. ऐसे ही डायल 112 को सूचना मिलने पर बहराइच जिले के एक गांव में रहने वाले एक बुजुर्ग को लॉकडाउन के दौरान दवाइयां उपलब्ध कराई गईं.

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