लखनऊ: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान डायल 112 की भूमिका खास रही है. गृह विभाग से मिली जानकारी के अनुसार डायल 112 ने लॉकडाउन के दौरान 2 लाख से अधिक जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई है. वहीं बीमार बुजुर्ग और जरूरतमंद लगभग 45000 लोगों को जीवन रक्षक दवाइयां उपलब्ध कराई हैं.
लॉकडाउन के दौरान छोटी-छोटी आवश्यकताओं का रखा गया ख्याल
एडीजी डायल 112 असीम अरुण ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान लोगों की छोटी-छोटी जरूरतों का ध्यान रखा गया है, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान यह छोटी-छोटी जरूरत है लोगों के लिए काफी बड़ी थीं. एक उदाहरण देते हुए असीम अरुण ने बताया कि डायल 112 के मीडिया टेक्स्ट पर बिहार से आदर्श कुमार सिंह का एक ट्विट मिला जिसमें आदर्श कुमार सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी लखनऊ में एक नवजात बच्चे के साथ रह रही हैं. बच्चे का मिल्क (बेबी फीड) खत्म हो गया है. बच्ची भूख से परेशान है. सूचना मिलते ही पीआरवी ने आदर्श से संपर्क किया और तत्काल बेबी फूड बताए गए पते पर पहुंचाया गया. ऐसे ही डायल 112 को सूचना मिलने पर बहराइच जिले के एक गांव में रहने वाले एक बुजुर्ग को लॉकडाउन के दौरान दवाइयां उपलब्ध कराई गईं.