लखनऊ: पिछले 13 माह से खाली पड़े उत्तर प्रदेश के डीजीपी (UP DGP Vijay Kumar) के सरकारी मकान में लगाई गई नेम प्लेट चौबीस घंटे नही टिक सकी. करीब एक वर्ष बाद बुधवार रात 1 तिलक मार्ग स्थित डीजीपी आवास में मौजूदा डीजीपी की नेमप्लेट लगाई गई थी, जो गुरुवार रात का हटा दी गई. इसके पीछे सोशल मीडिया में कई तरह की बातें हो रही हैं. इसमें कहा जा रहा है कि नेम प्लेट में पुलिस मुखिया का नाम उर्दू में भी लिखा था. इस कारण उसे हटा (DGP name plate installed at residence removed next day) दिया गया है. फिलहाल अब नई नेमप्लेट लगाई जानी है.
दरअसल, बीते एक वर्ष से यूपी के डीजीपी का आवास लापता था. इसके पीछे का कारण था, 11 मई को तत्कालीन डीजीपी मुकुल गोयल के हटने के बाद खाली हुआ मकान दो और डीजीपी बनने के बाद भी खाली ही रहा था. अब जब 1 जून को आर के विश्वकर्मा के रिटायर होने के बाद विजय कुमार को सूबे का कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया, तो राजधानी के 1 तिलक मार्ग स्थिति डीजीपी का आधिकारिक आवास में हलचल हुई. यहां 13 जून को कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार की नेमप्लेट लगाई गई थी.
मुख्य गेट के दोनो तरफ लगते है बोर्ड: तिलक मार्ग स्थित डीजीपी आवास के मुख्य द्वार की दाईं ओर एक बोर्ड लगाता है. इस पर लिखा होता है 1 तिलक मार्ग, आवास, डीजीपी उत्तर प्रदेश. वहीं गेट के बाईं तरफ यूपी के डीजीपी का नाम लिखा होता है. ऐसे में एक वर्ष बाद बाई तरह लगाई गई नेम प्लेट में डीजीपी का नाम हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में लिखा था. हालांकि यह नेम प्लेट बुधवार को हटा दी गई. एक वर्ष बाद डीजीपी के आवास में नेमप्लेट लगने के चौबीस घंटे बाद अचानक हटने पर सोशल मीडिया में कहा जाने लगा कि नेमप्लेट में डीजीपी का नाम हिंदी और अंग्रेजी में तो ठीक था लेकिन उर्दू में लिखना पसंद नहीं आया. शायद इस कारण उसे हटा दिया गया और नई नेम प्लेट बनवाई जा रही है.