लखनऊ : 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना है. इस कार्यक्रम के साथ ही प्रदेश में अयोध्या एक बड़े टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर उभर कर विश्व पटल पर आएगा. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद अयोध्या आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में कई गुना वृद्धि होने की उम्मीद है. इसको देखते हुए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग अयोध्या के साथ-साथ उसके आस-पास के जिलों जैसे लखनऊ, बाराबंकी, गोंडा, बहराइच आदि सटे जिलों में पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं के रुकने और खाने-पीने के साथ ही अन्य सुविधाओं को व्यवस्थित करेगा. यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने गुरुवार को पर्यटन विभाग में आयोजित एक कार्यक्रम में दी.
श्रीराम एयरपोर्ट का उद्घाटन : पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि 'राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद यहां पर पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में करीब 10 गुना से अधिक वृद्धि हो सकती है. उन्होंने बताया कि 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में श्रीराम एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे. इस एयरपोर्ट का संचालन विधिवत रूप से 6 जनवरी से शुरू हो जाएगा. इसके बाद अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरा होने के बाद पूरे देश से करीब एक हजार से अधिक ट्रेनों के माध्यम से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक अयोध्या पहुंचेंगे, वहीं परिवहन और निजी साधनों से भी लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ अयोध्या पहुंचने की उम्मीद है.'
श्रद्धालुओं के रुकने के लिए बनेगी टेंट सिटी : पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 'इतनी बड़ी संख्या में पर्यटकों और श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने पर अयोध्या में किसी तरह की दिक्कत ना हो. इसको देखते हुए उसके आसपास के जिलों में पर्यटन विभाग पर्यटक और श्रद्धालुओं के रुकने के लिए टेंट सिटी बनाएगी. साथ ही अयोध्या से जुड़े सभी 6 जिलों में जितने भी होटल रिजॉर्ट और गेस्ट हाउस मौजूद हैं उन सभी को व्यवस्थित कर वहां पर सारी सुविधाएं चुस्त दुरुस्त के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि विभाग की कोशिश है कि भगवान राम के मंदिर की स्थापना के बाद जितने भी श्रद्धालु और पर्यटक अयोध्या दर्शन के लिए आएंगे, उन्हें किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत और परेशानी का सामना न करना पड़े. इसका पर्यटन विभाग पूरा ख्याल रखेगा.'
स्पेशल बसें चलाई जाएंगी : पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 'जिन श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अयोध्या में रुकने की व्यवस्था नहीं होगी और वह आसपास के जिलों में भी रुक सकते हैं. उन जिलों से उन्हें अयोध्या पहुंचने के लिए पर्यटन विभाग और परिवहन विभाग मिलकर स्पेशल बसों का संचालन भी वहन करेगा. यह बस पर्यटकों को और श्रद्धालुओं को उन जिलों से अयोध्या लाने और ले जाने का काम करेंगी. इसके अलावा अयोध्या से जुड़े सभी छह प्रमुख राजमार्गों पर एक स्वागत द्वारा बनाया जाएगा. इन स्वागत द्वारों पर पर्यटकों को अयोध्या में एंट्री करने से पहले कहां पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है? रुकने की क्या व्यवस्था वहां मौजूद है और खाने-पीने की कितने होटल और अन्य व्यवस्था किए गए हैं इसकी जानकारी मुहैया कराई जाएगी.'