लखनऊ : दिल्ली के आफताब पूनावाला व लखनऊ के सुफियान और महमूद ने एक बार फिर से लव जिहाद व धर्मांतरण जैसे मुद्दों को हवा दे दी है. खासकर उत्तर प्रदेश में जहां लव जिहाद को लेकर योगी सरकार ने सख्त कानून तक बनाया है, वहीं अब इसको लेकर फिर से बहस छिड़ गई है कि क्या बनाये गए कानून में कुछ कमी रह गयी जिस वजह से ऐसे लोगों में दहशत घर नहीं कर पा रही है. राज्य में बीते 22 महीनों में लव जिहाद व धर्मांतरण के 268 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिसमें 709 मुस्लिम युवकों को नामजद किया गया है. सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) कह रहे हैं कि "अब बात लव जिहाद से आगे बढ़ चुकी है".
राजधानी के दुबग्गा इलाके में जबरन धर्म परिवर्तन के नाम पर 19 साल की छात्रा को सूफियान नामक शख्स ने बेरहमी से मार दिया. प्रेम के जाल में फंसाकर सूफियान ने युवती का ब्रेन वॉश कर उसका धर्म बदलने की कोशिश की, लेकिन जब वो नहीं मानी तो सूफियान ने छात्रा को चौथी मंजिल से नीचे फेंक दिया. युवती को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. सुफियान फिलहाल फरार है और लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने उस पर 25000 का इनाम घोषित कर दिया है. दूसरी ओर लखनऊ के ही महमूद ने हिंदू नाम बताकर एक दलित महिला के साथ प्रेम प्रसंग किया, उसका अश्लील वीडियो बनाया और वायरल करने की धमकी देकर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाने लगा.
शामली के झिन्झाना के रहने वाले समीर पर हरियाणा की कोमल ने आरोप लगाया कि सोशल मीडिया के माध्यम से समीर ने हिंदू बन कर प्रेम जाल में फंसाया और फिर हिंदू रीति रिवाज से शादी कर ली. 5 साल बाद जब कोमल को ये पता चला कि जिसे वो हिंदू समझ रही थी, वो मुस्लिम निकला तो कोमल ने विरोध किया. इसके बाद समीर फोटो ओर गंदी वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने लगा. यूपी में लखनऊ व शामली की ये तीन घटनाएं इस बात की बानगी भर हैं कि यूपी में लव जिहाद व धर्मांतरण करने वालों के खिलाफ बने कानून के बाद भी यूपी में ऐसी घटनाओं में कमी नहीं आ रही है. 27 नवंबर 2020 को यूपी में विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश 2020 पर राज्यपाल ने अपनी मुहर लगाई थी, इसके बाद से यूपी में लव जिहाद व धर्मांतरण के 268 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं.
यूपी पुलिस के आंकड़ों में नजर डालें तो 1 जनवरी 2021 से सितंबर 2022 के बीच राज्य भर में 268 मुकदमे दर्ज हुए हैं, जिसमें 709 लोगों को नामजद किया गया. यही नहीं 131 आरोपी ऐसे थे जिनके नाम पुलिस जांच में सामने आये थे. इस दौरान पुलिस ने 454 आरोपियों की गिरफ्तारी की है. सितंबर माह तक पुलिस ने 176 मामलों में चार्जशीट दाखिल कर दी है, हालांकि 27 मामलों में एफआर भी लगाई गई है. पुलिस ने महज एक मामले को खारिज किया है, साथ ही 64 मामलों में अभी भी विवेचना चल रही है. कुल मामलों में 145 ऐसे मामले थे जिसमें जांच में आरोप गलत पाये गये. लव जिहाद धर्मांतरण के मामले में 57 पीड़ित या पीड़िता नाबालिग हैं.
बरेली जोन में सबसे अधिक दर्ज हुए केस : जोन वार आंकड़ों पर नजर डालें तो जनवरी 2021 से सितंबर तक सबसे अधिक बरेली जोन में लव जिहाद व धर्मांतरण के 57 मामले दर्ज हुए थे, मेरठ जोन में 49, गोरखपुर जोन में 37, प्रयागराज जोन में 31, वाराणसी जोन में 25, लखनऊ जोन में 24, आगरा में 11 व कानपुर जोन में 4 मामले लव जिहाद व धर्मांतरण के दर्ज हुए हैं. पुलिस कमिश्नरेट की बात करें तो लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में 10, गौतम बुद्ध पुलिस कमिश्नरेट में आठ तो कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में 12 मामले दर्ज किए गए. मेरठ जोन में सबसे अधिक 15 नाबालिग बच्चियों को लव जिहाद के जाल में फंसाया गया है.
लव जिहाद के मामले में हुई थी पहली सजा : उत्तर प्रदेश के अमरोहा में सितंबर 2022 को जिला सत्र न्यायाधीश विशेष पॉक्सो एक्ट प्रथम डॉ कपिल राघव ने नाबालिग को प्रेम जाल में फंसाकर शादी की कोशिश करने वाले मुस्लिम युवक को विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश 2020 के तहत पांच साल कैद की सजा सुनाई थी. साथ ही दोषी पर 40 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया था. योगी सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश 2020 लागू करने के बाद यूपी में सजा का ये पहला मामला बताया जा रहा था. दरअसल, अमरोहा जिले के हसनपुर में नर्सरी कारोबारी अपनी पत्नी और बेटी के साथ रहते हैं. उनके यहां संभल जिले के हयातनगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला मंगलपुरा सरायतरीन निवासी मोहम्मद अफजाल बतौर ड्राइवर काम करता था. इसी दौरान मोहम्मद अफजाल की मुलाकात नर्सरी संचालक की 16 वर्षीय बेटी से हो गई. अफजाल ने अपना धर्म छिपाकर उसे खुद का नाम अरमान कोहली बताया. आरोपी ने किशोरी को प्रेमजाल में फंसा लिया और अपना नाम अरमान कोहली बताकर शादी करने की साजिश रची. अप्रैल 2021 को अफजाल नर्सरी कारोबारी की बेटी को भगा ले गया. इससे पहले की वह शादी कर पाता लड़की को उसकी हकीकत का पता चल गई. इस मामले में कारोबारी ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किया ट्वीट : दिल्ली में श्रद्धा, लखनऊ में लव जिहाद और धर्मांतरण को लेकर छात्रा की मौत के बाद यूपी की राजनीति में भी उबाल आ गया है. सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि "लव जिहाद के एक कदम आगे अब जिहाद की आड़ में खुलेआम हिंदू लड़कियों की निर्मम हत्याएं एक सुनियोजित साज़िश है. ऐसी घटनाओं के अपराधियों के विरूद्ध कठोर क़ानूनी कार्रवाई तो होगी, परंतु भाईचारा संप्रदाय की खामोशी भयावह एवं आश्चर्यजनक है!"
बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉक्टर सुचिता चतुर्वेदी लव जिहाद के मामलों में नाबालिग बच्चियों के शिकार होने पर काफी चिंतित है. वो कहती हैं कि बच्चियों को समझना होगा कि श्रद्धा और निधि के पार्टनर जैसे उनके भी मित्र ऐसे ही हो सकते हैं. उन्हे समाज में हो रही इन घटनाओं से सीख लेनी चाहिए. सुचिता कहती हैं कि श्रद्धा और निधि व इन जैसी लड़कियों को भी यही लगता होगा कि उनके पार्टनर लव जिहाद करने वालों में से नहीं है, लेकिन हुआ बिल्कुल उलट. यही नहीं आयोग की सदस्य सुचिता कहती हैं कि पुलिस को भी अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने की जरूरत है. जब उनके पास पीड़ित मां बाप अपनी बेटी गैर धर्म के लड़कों से साथ जाने की सूचना लेकर पहुचते है, तो इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए.
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