लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि 'गांव चौपालों के आयोजन से गांव के विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आई है. गांवों के संवरने के साथ ही ग्रामीणों का जीवन स्तर सुधर रहा है. सरकार स्वयं चलकर गांव व गरीबों के पास जा रही है. ग्राम चौपालों से जहां गांवों में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की जमीनी हकीकत का पता चलता है, वहीं सोशल सेक्टर की योजनाएं भी तेजी से आगे बढ़ रही हैं. जिन समस्याओं के निराकरण के लिए ग्रामीणों को तहसील, जिला या राजधानी जाना पड़ता था, उनका समाधान उनके अपने गांव में ही हो जा रहा है.'
उन्होंने कहा कि 'प्रदेश में प्रत्येक शुक्रवार को हर विकासखंड की दो ग्राम पंचायतों में आयोजित की जा रही ग्राम चौपालों के अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं. ग्राम चौपालों का आयोजन कर जहां लोगों की समस्याओं को समझा और सुलझाया जा रहा है, वहीं लाभार्थीपरक योजनाओं सहित विकास व निर्माण कार्यों की जमीनी हकीकत को भी परखा जा रहा है. ग्राम्य विकास विभाग के अनुसार, छह जनवरी से अब तक प्रदेश की 43,119 ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपालों का आयोजन किया जा चुका है, जिनमें 32 लाख से अधिक ग्रामीण मौजूद रहे और दो लाख 17 हजार से अधिक समस्याओं का समाधान किया गया. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ग्राम्य विकास विभाग के उच्चस्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि ग्राम चौपालों को और अधिक भव्य स्वरूप दिया जाए. वहां पर उस ग्राम पंचायत के प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण व मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों, विभिन्न प्रकार के पेंशनर्स की सूची व उस ग्राम के अन्य योजनाओं के लाभार्थियों की सूची प्रदर्शित की जाए.'
बता दें कि जो ग्राम पंचायत में जो चौपाल आयोजित की जा रही हैं, उनमें बड़ी संख्या में ग्रामीण अपनी समस्याएं सामने रख रहे हैं. सरकार की तरफ से जो भी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ अगर जनता को नहीं मिल पा रहा है तो तत्काल मौके पर ही ऐसी समस्याओं का समाधान कराया जा रहा है. इन ग्राम चौपालों का फायदा यह हुआ है कि छोटे-छोटे कामों के लिए लोगों को इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है. शुक्रवार को ग्राम पंचायत में रहने वाले लोगों को इस बात की सूचना होती है कि उनका कम एक ही स्थान पर हो जाएगा और वह मौके पर बड़ी संख्या में अपनी समस्याओं का समाधान करने पहुंच रहे हैं. उन्हें उनका हाल भी मिल रहा है.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, 'चौपालों के आयोजन से गांव के विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन में आई तेजी'
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ग्राम्य विकास विभाग के उच्चस्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि कि 'ग्राम चौपालों को और अधिक भव्य स्वरूप दिया जाए.'
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Sep 5, 2023, 10:19 PM IST
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि 'गांव चौपालों के आयोजन से गांव के विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आई है. गांवों के संवरने के साथ ही ग्रामीणों का जीवन स्तर सुधर रहा है. सरकार स्वयं चलकर गांव व गरीबों के पास जा रही है. ग्राम चौपालों से जहां गांवों में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की जमीनी हकीकत का पता चलता है, वहीं सोशल सेक्टर की योजनाएं भी तेजी से आगे बढ़ रही हैं. जिन समस्याओं के निराकरण के लिए ग्रामीणों को तहसील, जिला या राजधानी जाना पड़ता था, उनका समाधान उनके अपने गांव में ही हो जा रहा है.'
उन्होंने कहा कि 'प्रदेश में प्रत्येक शुक्रवार को हर विकासखंड की दो ग्राम पंचायतों में आयोजित की जा रही ग्राम चौपालों के अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं. ग्राम चौपालों का आयोजन कर जहां लोगों की समस्याओं को समझा और सुलझाया जा रहा है, वहीं लाभार्थीपरक योजनाओं सहित विकास व निर्माण कार्यों की जमीनी हकीकत को भी परखा जा रहा है. ग्राम्य विकास विभाग के अनुसार, छह जनवरी से अब तक प्रदेश की 43,119 ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपालों का आयोजन किया जा चुका है, जिनमें 32 लाख से अधिक ग्रामीण मौजूद रहे और दो लाख 17 हजार से अधिक समस्याओं का समाधान किया गया. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ग्राम्य विकास विभाग के उच्चस्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि ग्राम चौपालों को और अधिक भव्य स्वरूप दिया जाए. वहां पर उस ग्राम पंचायत के प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण व मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों, विभिन्न प्रकार के पेंशनर्स की सूची व उस ग्राम के अन्य योजनाओं के लाभार्थियों की सूची प्रदर्शित की जाए.'
बता दें कि जो ग्राम पंचायत में जो चौपाल आयोजित की जा रही हैं, उनमें बड़ी संख्या में ग्रामीण अपनी समस्याएं सामने रख रहे हैं. सरकार की तरफ से जो भी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ अगर जनता को नहीं मिल पा रहा है तो तत्काल मौके पर ही ऐसी समस्याओं का समाधान कराया जा रहा है. इन ग्राम चौपालों का फायदा यह हुआ है कि छोटे-छोटे कामों के लिए लोगों को इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है. शुक्रवार को ग्राम पंचायत में रहने वाले लोगों को इस बात की सूचना होती है कि उनका कम एक ही स्थान पर हो जाएगा और वह मौके पर बड़ी संख्या में अपनी समस्याओं का समाधान करने पहुंच रहे हैं. उन्हें उनका हाल भी मिल रहा है.