लखनऊः उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने शनिवार को बेहतर स्कूली शिक्षा के फॉर्मूले बताए. उन्होंने कहा कि स्कूल का भवन भले ही अच्छा न हो, लेकिन शिक्षक बेहतरीन होनी चाहिए. साथ ही, शिक्षकों के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण की व्यवस्था करनी चाहिए. वे शनिवार को जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल के 10 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे. इसका आयोजन सुशांत गोल्फ सिटी, शहीद पथ स्थित 'द सेट्रम' क्लब में किया गया. इस अवसर पर स्कूल के शिक्षकों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत चेयरमैन सर्वेश गोयल ने की.
नई शिक्षा नीति में नैतिक मूल्यों पर जोर
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बच्चों के सर्वांगीण विकास पर विशेष जोर दिया गया है. ऐसी रोजगार परक शिक्षा पर फोकस किया गया है जिससे बच्चे पढ़ते पढ़ते रोजगार पा सकें. बच्चों में प्रारंभ से ही नैतिकता का विकास किया जाना जरूरी है और इसमें परिवार और स्कूल का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है. नई शिक्षा नीति में रोजगार परक शिक्षा, शोध, प्रोफेशनल कोर्सेज, टीचर्स के प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया गया है. इस अवसर पर डॉ. शर्मा ने स्कूल के चेयरमैन सर्वेश गोएल को इस उपलबधि के लिए बधाई दी.
शिक्षकों को दी बधाई
चेयरमैन सर्वेश गोएल ने जीडी गोयनका स्कूल से जुड़े सभी लोगों, टीचर्स और स्कूल की प्रिंसिपल रवीन पांडे के प्रयासों की सराहना की. कहा कि एक छात्र अपने पूरे जीवन के लगभग 10000 लोगों से मिलता है, उन्हें प्रभावित करता है, इसलिए स्कूल की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है. इस मौके को और यादगार और मनोरंजक बनाने के लिए टीचर्स और स्टाफ के लिए कुछ मजेदार गेम्स भी खिलाए गए. जीतने वालों को गिफ्ट्स भी दिए गए.