ETV Bharat / state

जाति और धर्म से ऊपर उठकर काम करे महाराष्ट्र सरकार: डॉ. दिनेश शर्मा

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने महाराष्ट्र के पालघर में तीन संतों की पीट-पीटकर हुई हत्या मामले में महाराष्ट्र सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से जाति और धर्म के आधार पर काम न करने की अपील की है.

lucknow news
उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा
author img

By

Published : Apr 20, 2020, 5:50 PM IST

लखनऊ: महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े के संतों के साथ हुई मॉब लिंचिंग के उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि यह मानवता के खिलाफ किया गया घोर अपराध है क्योंकि घटना के वक्त मौके पर पुलिस मौजूद थी. इसके बावजूद उन्मादी लोगों ने कानून को खिलौना बनाकर घृणित अपराध को अंजाम देने का काम किया है.

डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा का महाराष्ट्र सरकार पर बयान.

ये भी पढ़ें- पालघर मामले पर शाह ने मांगी रिपोर्ट, उद्धव बोले- कोई धार्मिक वजह नहीं, दोषी बख्शे नहीं जाएंगे

दिनेश शर्मा ने कहा कि जिस तरह से घटना के वक्त पुलिस की भूमिका दिखाई दे रही है, वह और भी ज्यादा चिंता का विषय है. सरकार और पुलिस को जातिवाद धर्म की भावना से ऊपर उठकर काम करना चाहिए. अगर किसी अफवाह को भी आधार बनाकर उन्मादी लोग किसी की जान लेने पर उतारू होते हैं तो पुलिस और सरकार को कठोरतम कार्रवाई करते हुए निर्दोष और निरपराध की जान बचानी चाहिए.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को इस घटना के बाद ऐसे प्रबंध करने चाहिए, जिससे उन्मादी तत्व दोबारा इस तरह की हिमाकत न कर सकें. कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को भी नहीं दिया जाना चाहिए. किसी भी हालत में मॉब लिंचिंग को सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता.

लखनऊ: महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े के संतों के साथ हुई मॉब लिंचिंग के उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि यह मानवता के खिलाफ किया गया घोर अपराध है क्योंकि घटना के वक्त मौके पर पुलिस मौजूद थी. इसके बावजूद उन्मादी लोगों ने कानून को खिलौना बनाकर घृणित अपराध को अंजाम देने का काम किया है.

डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा का महाराष्ट्र सरकार पर बयान.

ये भी पढ़ें- पालघर मामले पर शाह ने मांगी रिपोर्ट, उद्धव बोले- कोई धार्मिक वजह नहीं, दोषी बख्शे नहीं जाएंगे

दिनेश शर्मा ने कहा कि जिस तरह से घटना के वक्त पुलिस की भूमिका दिखाई दे रही है, वह और भी ज्यादा चिंता का विषय है. सरकार और पुलिस को जातिवाद धर्म की भावना से ऊपर उठकर काम करना चाहिए. अगर किसी अफवाह को भी आधार बनाकर उन्मादी लोग किसी की जान लेने पर उतारू होते हैं तो पुलिस और सरकार को कठोरतम कार्रवाई करते हुए निर्दोष और निरपराध की जान बचानी चाहिए.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को इस घटना के बाद ऐसे प्रबंध करने चाहिए, जिससे उन्मादी तत्व दोबारा इस तरह की हिमाकत न कर सकें. कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को भी नहीं दिया जाना चाहिए. किसी भी हालत में मॉब लिंचिंग को सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.