लखनऊ : सीजनल इन्फ्लूएंजा व एच3 एन2 से घबराएं नहीं, यह सामान्य संक्रमण ही है. इससे सतर्क रहने की जरूरत है. खासकर गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे व पुरानी गंभीर बीमारी से पीड़ित अपना ख्याल रखें. भीड़ वाले स्थानों पर जानें से बचें, मास्क लगाएं. हाथों को साबुन व सेनेटाइजर से समय-समय पर साफ करें. एच3एन2 की जांच सरकारी व निजी पैथोलॉजी सेंटरों में हो रही है, जिसमें एच3एन2 स्ट्रेन की पुष्टि हो रही है. इस वायरस से सावधान रहें. सर्दी-जुकाम, बुखार, गले में खराश जैसे लक्षण नजर आने पर डॉक्टर की तुरंत सलाह लें. मरीज कम से कम बाहर निकलें. मास्क का इस्तेमाल करें. यह बातें उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहीं.
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को प्रदेश के सभी सीएमओ, सीएमएस व मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल को इन्फ्लूएंजा वायरस के नए स्ट्रेन एच3एन2 की जांच व उपचार की पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश दिए. सभी अस्पतालों में गंभीर रोगियों को भर्ती कर उपचार उपलब्ध कराया जाए. दवाओं का स्टॉक भी जुटा लें. रोगियों की संख्या के हिसाब से बेड का इंतजाम करें. ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, जरूरी किट भी रखें, ताकि मरीजों को परेशानियों से बचाया जा सके.
इंफ्लूएंजा के लक्षण : बुखार, सूखी खांसी, गले में खराश, कमजोरी, थकान, सांस फूलना, सिर व शरीर में दर्द
ऐसे करें बचाव : मास्क जरूर लगाकर रखें.
- समय-समय पर हाथों को साबुन या सैनेटाइजर से साफ करें.
- हाथ मिलाने और गले मिलने से बचें.
- खांसते-छीकते समय नाक व मुंह ढककर रखें.
- नाक, चेहरा व आंख को बार-बार छूने से बचें.
- सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करें.