लखनऊः योगी मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह के बाद शासन से लेकर मंत्रियों के यहां स्टाफ की तैनाती का कामकाज तेजी से हो रहा है. सचिवालय प्रशासन विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल में शपथ ग्रहण करने वाले मंत्रियों के यहां स्टाफ की तैनाती कर दी गई है. शासन से मिली जानकारी के मुताबिक 136 निजी सचिव की तैनाती मंत्रियों के यहां की गई है. जिसमें करीब 36 महिला निजी सचिवों की तैनाती की गई है. जिसको लेकर व्यवहारिक दिक्कतों का सामना करने को लेकर सवाल भी उठाए हैं.
बताया जा रहा है कि मंत्रियों के यहां महिलाओं को व्यवहारिक रूप से कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. भागमभाग जिंदगी और मंत्रियों के दौरे के दौरान अव्यवस्थित दिनचर्या से महिला स्टाफ को दिक्कतें हो सकती हैं. हालांकि इस बारे में शासन स्तर का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहा है. दरअसल सचिवालय प्रशासन विभाग की ओर से बनाए गए एक ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के चलते सभी मंत्रियों के यहां निजी स्टाफ की तैनाती की गई है. इस ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के माध्यम से महिला निजी सचिव की भी तैनाती कर दी गई है.
देखना ये ये होगा कि आने वाले दिनों में मंत्रियों के यहां महिला निजी सचिव की तैनाती बरकरार रहती है या महिलाओं की तैनाती को लेकर व्यवहारिक दिक्कतों की वजह से इनकी तैनाती रद्द कर दी जाती है.
उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 19 कैबिनेट मंत्री हैं, जिनमें दो डिप्टी सीएम भी शामिल हैं. वहीं 14 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं और 20 राज्यमंत्री स्तर के मंत्री बनाए गये हैं. इन सभी के यहां 136 निजी सचिव की तैनाती की गई है, जिनमें करीब 36 महिला निजी सचिव मंत्रियों के यहां स्टाफ के रूप में तैनात किये गये हैं.
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वहीं निजी सचिव की तैनाती को लेकर कई मंत्रियों ने सचिवालय प्रशासन विभाग को पत्र भी लिखा है. इसमें कहा गया है कि पुराने स्टाफ को ही उनके यहां बरकरार रखा जाए. लेकिन सचिवालय प्रशासन ने इस बात को नजरअंदाज करते हुए स्टाफ की तैनाती कर दी है और संबंधित मंत्रियों को पत्र लिखकर मुख्यमंंत्री से अनुमोदन लेने की बात कही है. सभी मंत्रियों के यहां से सभी स्टाफ बदल दिया गया है. अब देखना ये होगा कि मंत्रियों के यहां किये गये निजी सचिवों की तैनाती में फेरबदल होता है या फिर ये व्यवस्था यथावत तैनाती बरकरार रहती है.
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