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Cow Milk : कनाडा और ब्राजील की तकनीक अपनाकर यूपी की देशी गायों में की जाएगी दूध की बढ़ोतरी - विट्रो फर्टिलाइजेशन

दुग्ध उत्पादन के मामले में यूपी के योगदान को बढ़ाया जाएगा. इसके लिए उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग विशेष अभियान चलाकर देसी गायों की ब्रीड में सुधार करेगा. इश बाबत पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने आवश्यक कदम उठाने की बात कही है.

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Published : Jul 20, 2023, 10:59 PM IST

कनाडा और ब्राजील की तकनीक अपनाकर यूपी की देशी गायें देंगी ज्यादा दूध. देखें खबर

लखनऊ : पशुओं की संख्या के लिहाज से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है, लेकिन दुग्ध उत्पादन के मामले में राजस्थान यूपी को टक्कर देता है. इसकी वजह यही है कि यूपी में देसी गाय तो काफी संख्या में हैं, लेकिन वे दूध काफी कम देती हैं. यूपी से ही कनाडा ले जाई गईं देसी गायें 30 से 40 लीटर तक दूध दे रही हैं. ब्राजील भारत से गिरि गाय ले गया और यह गाय वहां पर 60 लीटर दूध दे रही हैं. ऐसे में अब यूपी की देसी गाय ज्यादा दूध दें इसके लिए पशुपालन विभाग कनाडा और ब्राजील की तकनीक अपना रहा है. भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीक केंद्र (आईबीआरएफ) बरेली में स्थापित हो गया है और यहां पर गायों में भ्रूण प्रत्यारोपण की तकनीक ब्राजील से ली गई है. धीरे-धीरे सभी जिलों में देसी गाय के भ्रूण प्रत्यारोपण कराया जाएगा, जिससे इस तकनीक से दूध की मात्रा बढ़ाई जा सके. इसके बाद कोई भी देसी गाय आराम से 40 से 60 लीटर दूध दे सकेगी.

कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कही यह बात.
कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कही यह बात.



उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले कनाडा के दौरे पर गए थे. यहां पर उन्होंने गोशालाओं का निरीक्षण किया. इसमें भारत से लाई गई देसी गाय मौजूद थीं. यह देखकर आश्चर्यचकित रह गया कि जो गाय भारत में सिर्फ 10 लीटर दूध देती हैं वही यहां पर 40 से 50 लीटर दूध दे रही हैं. जब इसके बारे में पता किया गया तो एक तकनीक निकल कर सामने आई जिससे दूध की मात्रा में बढ़ोतरी होना संभव है.



स्थापित हो रहे सीमेन केंद्र : नस्ल सुधार के अन्तर्गत प्रदेश के सभी पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्रों पर 11 सीमन वितरण केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं, जहां से पशुपालकों को उन्नति नस्ल का सीमेन प्राप्त हो सकेगा. पशुधन उत्थान वर्ण संकर केन्द्र बरेली में ये शुरू कर दिया गया है. लखनऊ के रहमानखेड़ा में 44 करोड़ रुपये की लागत से सेक्स शार्टेड सीमेन लैब की स्थापना की जा रही है. प्रदेश में सेक्स शार्टेड सीमेन की दर 300 रुपये से घटाकर 100 रुपये कर दी गई है. इसका लाभ पशुपालकों को मिलेगा और मादा गोवंश की उत्पत्ति बढ़ेगी.

कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कही यह बात.
कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कही यह बात.



जानकर बताते हैं कि इन विट्रो फर्टिलाइजेशन में मादा पशु के अंडाशय से अंडों को निकालकर प्रयोगशाला में कृत्रिम वातावरण में एंब्रियो बनाए जाते हैं फिर एंब्रियो सामान्य प्रकार की गाय और बछियों के गर्भाशय में प्रत्यारोपित कर दिए जाते हैं. अच्छी गुणवत्ता वाले वीर्य से गर्भित किया जाता है. करीब सात दिन के बाद बने हुए सभी भ्रूण गर्भाशय से बाहर निकाल लिए जाते हैं. भ्रूण प्राप्त करने वाली गाय का उच्च गुणवत्ता का होना जरूरी नहीं है. उसकी और दाता गाय की हीट की स्थिति एक जैसी होनी जरूरी है. स्पेशलिस्ट बताते हैं कि भ्रूण प्रत्यारोपण की पूरी प्रक्रिया बिना सर्जरी के ही की जाती है. इस तकनीक का मुख्य मकसद उच्च गुणवत्ता वाली गाय का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करना है.

यह भी पढ़ें : इलेक्ट्रिक वाहनों पर मिलेगी सब्सिडी, आवेदन के लिए पोर्टल किया गया लाइव

कनाडा और ब्राजील की तकनीक अपनाकर यूपी की देशी गायें देंगी ज्यादा दूध. देखें खबर

लखनऊ : पशुओं की संख्या के लिहाज से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है, लेकिन दुग्ध उत्पादन के मामले में राजस्थान यूपी को टक्कर देता है. इसकी वजह यही है कि यूपी में देसी गाय तो काफी संख्या में हैं, लेकिन वे दूध काफी कम देती हैं. यूपी से ही कनाडा ले जाई गईं देसी गायें 30 से 40 लीटर तक दूध दे रही हैं. ब्राजील भारत से गिरि गाय ले गया और यह गाय वहां पर 60 लीटर दूध दे रही हैं. ऐसे में अब यूपी की देसी गाय ज्यादा दूध दें इसके लिए पशुपालन विभाग कनाडा और ब्राजील की तकनीक अपना रहा है. भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीक केंद्र (आईबीआरएफ) बरेली में स्थापित हो गया है और यहां पर गायों में भ्रूण प्रत्यारोपण की तकनीक ब्राजील से ली गई है. धीरे-धीरे सभी जिलों में देसी गाय के भ्रूण प्रत्यारोपण कराया जाएगा, जिससे इस तकनीक से दूध की मात्रा बढ़ाई जा सके. इसके बाद कोई भी देसी गाय आराम से 40 से 60 लीटर दूध दे सकेगी.

कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कही यह बात.
कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कही यह बात.



उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले कनाडा के दौरे पर गए थे. यहां पर उन्होंने गोशालाओं का निरीक्षण किया. इसमें भारत से लाई गई देसी गाय मौजूद थीं. यह देखकर आश्चर्यचकित रह गया कि जो गाय भारत में सिर्फ 10 लीटर दूध देती हैं वही यहां पर 40 से 50 लीटर दूध दे रही हैं. जब इसके बारे में पता किया गया तो एक तकनीक निकल कर सामने आई जिससे दूध की मात्रा में बढ़ोतरी होना संभव है.



स्थापित हो रहे सीमेन केंद्र : नस्ल सुधार के अन्तर्गत प्रदेश के सभी पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्रों पर 11 सीमन वितरण केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं, जहां से पशुपालकों को उन्नति नस्ल का सीमेन प्राप्त हो सकेगा. पशुधन उत्थान वर्ण संकर केन्द्र बरेली में ये शुरू कर दिया गया है. लखनऊ के रहमानखेड़ा में 44 करोड़ रुपये की लागत से सेक्स शार्टेड सीमेन लैब की स्थापना की जा रही है. प्रदेश में सेक्स शार्टेड सीमेन की दर 300 रुपये से घटाकर 100 रुपये कर दी गई है. इसका लाभ पशुपालकों को मिलेगा और मादा गोवंश की उत्पत्ति बढ़ेगी.

कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कही यह बात.
कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कही यह बात.



जानकर बताते हैं कि इन विट्रो फर्टिलाइजेशन में मादा पशु के अंडाशय से अंडों को निकालकर प्रयोगशाला में कृत्रिम वातावरण में एंब्रियो बनाए जाते हैं फिर एंब्रियो सामान्य प्रकार की गाय और बछियों के गर्भाशय में प्रत्यारोपित कर दिए जाते हैं. अच्छी गुणवत्ता वाले वीर्य से गर्भित किया जाता है. करीब सात दिन के बाद बने हुए सभी भ्रूण गर्भाशय से बाहर निकाल लिए जाते हैं. भ्रूण प्राप्त करने वाली गाय का उच्च गुणवत्ता का होना जरूरी नहीं है. उसकी और दाता गाय की हीट की स्थिति एक जैसी होनी जरूरी है. स्पेशलिस्ट बताते हैं कि भ्रूण प्रत्यारोपण की पूरी प्रक्रिया बिना सर्जरी के ही की जाती है. इस तकनीक का मुख्य मकसद उच्च गुणवत्ता वाली गाय का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करना है.

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