लखनऊ : राजधानी में टायफाइड के बाद अब डेंगू रोग हमलावर हो गया है. अस्पतालों की ओपीडी में बुखार के मरीजों की लगातार भीड़ जुट रही है. गंभीर मरीजों को अस्ताल में भर्ती किया जा रहा है. इसी क्रम में गुरुवार की शाम को लखनऊ के अस्पतालों में इमरजेंसी वार्ड फुल हो गए. गुरुवार को हुई जांच के बाद 4 मरीजों में डेंगू पॉजिटिव पाया गया. वहीं राजधानी के सरकारी अस्पतालों में बुखार के 250 मरीज पहुंचे. इनमें से लगभग 20 प्रतिशत मरीजों की डॉक्टरों ने ब्लड की जांच कराई.
आज लखनऊ के बलरामपुर, सिविल, लोहिया, रानी लक्ष्मीबाई, भाउराव देवरस समेत अन्य अस्पतालों की ओपीडी में बुखार के मरीजों की भीड़ लगी रही. बुखार के मरीज बढ़ने से इमरजेंसी वार्ड फुल हो गए. अस्पतालों में मरीजों की तादाद बढ़ने के कारण कोरोना रिपोर्ट का इंतजार कर रहे मरीजों की समय से वार्ड में शिफ्टिंग नहीं हो पा रही है. बुखार के 15 से अधिक मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया. बता दें, राजधानी के फैजुल्लागंज में 30 से ज्यादा लोग बुखार की चपेट में हैं, इनमें 15 बच्चे भी शामिल हैं. इसके अलावा कई मरीजों की हालत खराब है. जिसमें बलरामपुर अस्पताल में भर्ती अमीशा, प्रियांशी, संतोष कुमार और अनुष्का में डेंगू की पुष्टि हुई है, इनकी हालत गंभीर है.
वहीं फैज्जुलागंज स्थित श्याम विहार कॉलोनी में आदित्य मौर्या (10 वर्ष), अनुराग ( 12 वर्ष), करन (8 वर्ष), अंशू (6 वर्ष), नीलू (3 वर्ष), मदनलाल (35 वर्ष) बुखार की चपेट में हैं. फैजुल्लागंज क्षेत्र के कृष्ण लोक कॉलोनी में सूरज कश्यप (23 वर्ष), सुषमा (21 वर्ष), रीना कश्यप (20 वर्ष), रिंकू (10 वर्ष) व पिंकी (3 वर्ष) को तेज बुखार है.
बुखार से ग्रसित कुछ मरीजों को उल्टी व दस्त की समस्या भी हो रही है. इसी क्रम में गायत्री नगर में लोग बुखार व उल्टी-दस्त से ग्रसित है. सरकारी अस्पतालों के अलावा कई मरीज निजी क्लीनिकों पर इलाज करा रहे हैं. जिसमें गणेश विहार में रितू (5 वर्ष), अभिलाषा (12 वर्ष), पीहू (10 वर्ष) आदि (7 वर्ष) व पीयूष (9 वर्ष) शामिल हैं. समस्या की गंभीरता को देखते हुए गुरुवार को जिलाधिकारी व सीएमओ फैजुल्लागंज क्षेत्र में निरीक्षण करने पहुंचें.
लगातार बढ़ रही मरीजो की तादाद को देखते हुए अपर मुख्य सचिव स्वास्थ अमित मोहन प्रसाद ने डेंगू-मलेरिया को लेकर प्रदेश में अलर्ट जारी किया है. जिसमें स्वास्थ्य टीम को अन्य विभागों के साथ मिलकर बुखार के मरीजों को ट्रेसिंग करके उनकी समय पर जांच करने के लिए कहा गया है. बुखार आने की कई वजह हो सकती हैं, इसमें कोरोना, मलेरिया, टाइफाइड, स्क्रब टायफस समेत अन्य बीमारी हो सकती हैं. ऐसे में मरीजों की समय पर जांच कर इलाज कराने के निर्देश दिए गए हैं.
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