लखनऊ: इस समय जुखाम और बुखार के चलते हर कोई परेशान है. यदि किसी के घर में एक सदस्य को सर्दी, जुखाम व बुखार हो रहा है तो तेजी से यह बुखार घर के बाकी सदस्यों को भी हो जा रहा है. इस समय त्योहारों के चलते अस्पताल में भले ही मरीजों की संख्या कम हुई है. लेकिन, त्योहार खत्म होते ही दोबारा मरीज फिर भर्ती होंगे. क्योंकि बहुत से मरीज ऐसे हैं, जिन्हें तीमारदार त्योहार के लिए घर लेकर चले गए हैं. वहीं, दशहरा के बाद बुधवार को दोबारा अस्पताल आएंगे. इमरजेंसी में इस समय मरीज दिखाने के लिए पहुंच रहे हैं.
राजधानी में डेंगू का प्रकोप जारी है. मंगलवार को डेंगू के 39 मरीज मिले. इन 39 मरीजों में ऐशबाग में 3, अलीगंज में 5, चन्दरनगर में 4, सरोजनी नगर में 3, चिनहट में 5, इन्दिरानगर में 4, बीकेटी में 2, गुड़म्बा में 3, इटौंजा में 3, एनके रोड में 2, रेडक्रॉस में 3 और सिल्वर जुबली में 2 डेंगू रोगी पाए गए. आज लगभग 1435 घरों और आस-पास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया. कुल पांच घरों में मच्छरजनित स्थितियां पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, डेगू रोग पर प्रभावी रोकथाम एवं नियन्त्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग (मुख्य चिकित्साधिकारी लखनऊ) और नगर निगम की संयुक्त टीमों द्वारा मंगलवार को शहर के टेढ़ी बाजार, मौलवीगंज, अमीनाबाद, जलालपुर फाटक बी-ब्लॉक, नीरा नर्सिग होम, पाण्डेय टोला, प्राथमिक विद्यालय सिमरा, विष्णुलोक कॉलोनी नियर सिद्धेश्वर मंदिर, एक्जान स्कूल, हिम स्टेट पार्ट-2 नियर बाबा हॉस्पिटल, वरदानी हनुमान मंदिर के आस-पास लार्वा रोधी रसायन एवं फॉगिंग का कार्य कराया गया. इसके अलावा नगर मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीमों द्वारा जनपद के विभिन्न स्थलों व भवनों का निरीक्षण किया गया और लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया गया.
बदलते मौसम में इन बातों का रखें ख्याल
हर सप्ताह कूलर का पानी बदले, कूलर आदि में ज्यादा दिनों तक पानी जमा न होने दें. घरों और होटल के वाटर टैंक में लार्वीवोरस फिश का उपयोग करें. बर्ड बाथ, फूलदान आदि में प्रत्येक सप्ताह पानी बदलें. वाटर टैंक व कंटेनरों को ढक कर रखें. घर के अंदर व आसपास पानी को जमा न होने दें. अनावश्यक कन्टेनर, कबाड़, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें. तत्काल उसका निस्तारण सुनिश्चित करें. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. दिन के समय मच्छरों के काटने से बचने के लिए फुल सिलिव्स के कपड़े पहने. बुखार आने पर चिकित्सक की सलाह पर दवा का उपयोग करें.
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