लखनऊ: राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में इलेक्शन ड्यूटी के दौरान कोरोना से संक्रमित हुए अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों और पत्रकारों की मृत्यु के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदेश सरकार से देने की मांग की है.
कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मतगणना की मांग
उन्होंने प्रदेश सरकार से कोरोना संक्रमण की भयावहता को देखते हुए 2 मई को होने वाली पंचायत चुनाव की मतगणना को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि सरकार मतगणना के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए ड्यूटी कर रहे अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों व कवरेज कर रहे पत्रकारों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए पूरा सुरक्षा कवच प्रदान करे. अगर सुरक्षा देने में जरा भी असमर्थता लगे तो पंचायत चुनाव की मतगणना स्थगित करने का निर्णय ले.
चुनाव की भेंट चढ़ चुके हैं तीन विधायक
अनिल दुबे ने कहा कि पंचायत चुनाव के नाम पर सरकार लगातार लापरवाही कर रही है. प्रदेश के 3 विधायक, सैकड़ों कार्यकर्ता, 100 से अधिक प्रत्याशी और जनता इन पंचायत चुनावों की भेंट चढ़ चुकी है. कोरोना के भीषण संक्रमण को देखते हुए अधिकारियों, शिक्षकों कर्मचारियों और पत्रकारों के जीवन की सुरक्षा के मानक पूरे होने पर ही मतगणना कराने का निर्णय सरकार को करना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोगों का जीवन सुरक्षित रहना चाहिए मतगणना तो कभी भी हो जाएगी.
इसे भी पढ़ें- यूपी में नया फरमानः शादी समारोह में शामिल हो सकेंगे केवल 50 लोग