लखनऊ : कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने लोगों की ठंडा पानी पीने की चाहत खत्म कर दी. एक तरफ गर्मी तो दूसरी तरफ डर, आखिर ऐसे में लोगों को मिट्टी के घड़ों ने ही राहत दी है. गर्मी में ठंडे पानी से प्यास बुझाने वाले मिट्टी के घड़े अब शहरों में ठंडे पानी के लिए पहली पसंद बन चुके हैं. इससे पहले यही घड़े बाजार में दो-चार बिका करते थे. आज इनकी बिक्री में 5 गुना इजाफा हुआ है.
राजधानी लखनऊ के डालीगंज स्थित मिट्टी के घड़े बेचने वाले दुकानदार मो. साबिद ने बताया कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण काफी तेजी से फैला और काफी लोगों की जान गई. इस वजह से लोग सहमे हुए हैं. लोगों ने इसी वजह से फ्रीज का पानी पीना भी बंद कर दिया. हालांकि बढ़ती गर्मी में अपनी प्यास बुझाने के लिए लोगों ने मिट्टी के घड़ों का रुख किया. इसी वजह से बाजारों में मिट्टी के घड़ों की मांग बढ़ गई.
लॉकडाउन की वजह से गिर गई मिट्टी के अन्य बर्तनों की मांग
घड़ा बेचने वाली दुकानदार बबली ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते इस बार घड़े का व्यापार बहुत अच्छा रहा. पहले एक गाड़ी घड़ा बेचना ही मुश्किल हो जाता था, लेकिन इस बार हम दुकानदारों ने 10 गाड़ी माल बेचा है. बबली ने बताया कि बाजारों में कई साल से घडों की मांग खत्म हो गई थी तो वहीं इस बार कोरोना के चलते मांग जरुर बढ़ गई है. लेकिन, मिट्टी के जो और बर्तन हैं उसकी मांग कोरोना महामारी के दौरान हुए लॉकडाउन की वजह से कम हो गई है. अगर लॉकडाउन न हुआ होता तो होटलों में चाय के हुंडे और लस्सी के लिए मिट्टी के गिलासों की भी मांग बढ़ जाती. लेकिन, लॉकडाउन के चलते इसमें नुकसान हो रहा है.
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