लखनऊः छात्र संघ चुनाव बहाली को लेकर छात्रों ने शुक्रवार को लखनऊ विश्वविद्याल के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय को ज्ञापन सौंपा. विवि के छात्र कार्तिक पांडे ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय का चुनाव सन 2012 में हुआ था. इसके बाद चुनाव के नतीजे को लेकर छात्र संघ का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी ने कोर्ट में अपील डाली थी, जिससे छात्रसंघ चुनाव पर कोर्ट द्वारा रोक लगा दी गई थी. 13 दिसंबर 2019 में कोर्ट द्वारा ये रोक हटा दी गई थी.
छात्र संघ चुनाव की तिथि घोषित करने की मांग
कार्तिक ने बताया कि विवि ने छात्र संघ बहाली मोर्चा बैनर तले कुलपति को ज्ञापन दिया गया है. ज्ञापन के माध्यम से वीसी को बताया कि उच्च न्यायालय में चुनाव को लेकर लगी आपत्तियां वापस ले ली गई है. उन्होंने ज्ञापन देते हुए अपनी मांग रखी कि जल्द से जल्द चुनाव की तिथि घोषित की जाए अन्यथा छात्र न चाहते हुए भी आंदोलन को बाध्य होंगे. छात्रों का कहना था कि छात्र संघ चुनाव को लेकर 10 से 12 दिन के अंदर विश्वविद्यालय छात्र हित के लिए चुनाव तिथि घोषित कर दे. ज्ञापन देने के दौरान, अभिषेक सिंह ,योगेंद्र सिंह ,गौरव पांडे ,प्रतीक बाजपेई, रमेश बाजपेई ,नवीन पटेल ,आकाश अवस्थी ,रमेश प्रजापति आदि छात्र मौजूद रहे.
छात्र संघ चुनाव पर सरकार ने लगाई रोक
लखनऊ विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि चुनाव को लेकर विश्व विद्यालय की तरफ से छात्र संघ चुनाव को लेकर कोई भी रोक नहीं लगी हुई है. सरकार की तरफ से चुनाव को लेकर रोक लगी हुई है. इसलिए प्रदेश के किसी भी कॉलेज में नहीं हो रहे हैं. जब तक सरकार की तरफ से कोई आदेश नहीं होता है तब तक किसी भी तरह का कोई चुनाव नहीं कराए जाएंगे.