लखनऊ : भीषण गर्मी के कारण प्रदेश में बिजली की मांग पिछले चार वर्षों के उच्चतम स्तर लगभग 22500 मेगावाट पर पहुंच गई है. इस समय देश के अन्य राज्यों में भी बिजली की कटौती शुरू हो गई है. इन प्रतिकूल परिस्थितियों में भी उप्र पावर काॅरपोरेशन प्रदेश में विद्युत आपूर्ति को सामान्य रखने और उपभोक्ताओं को अधिकतम विद्युत आपूर्ति देने के लिए प्रयासरत है. इसी के चलते शुक्रवार को केंद्रीय सेक्टर 332 मेगा, राज्य सेक्टर (पारीक्षा) से 118 मेगा और अन्य स्रोतों से 331 मेगा विद्युत की उपलब्धता बढ़ गई है.
ऊर्जा स्रोत मंत्री एके शर्मा ने बताया कि पावर काॅरपोरेशन मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार प्रदेश में तय शिड्यूल के अनुरूप ही सभी क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति करने का प्रयास कर रहा है. ग्रामीण क्षत्रों में भी अत्यंत आवश्यकता पड़ने पर ही आपात कटौती की जा रही हैं. काॅरपोरेशन बिजली की मांग के अनुरूप विद्युत उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु विद्युत खरीदने से लेकर सभी संभव उपाय कर रहा है. हमें आशा है कि हम शीघ्र ही विद्युत की समस्या को खत्म करने में सफल होंगे. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि विद्युत के कार्य में 24×7 सजग रहें और जन शिकायतों पर विशेष ध्यान दें. उन्होंने खराब उपकरणों का त्वरित मरम्मत करने और किसी भी उपकरण के खराब होने की स्थिति का पूर्वानुमान कर भी समय से मरम्मत करें और इन सभी कार्यों के लिए जरूरी उपकरण सामान की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें.
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ऊर्जामंत्री ने उपभोक्ताओं और जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि वे इन विशेष परिस्थितियों में हमारा सहयोग करें. ऐसा कोई कार्य न करें जिससे विद्युत कार्मिकों के कार्य में बाधा पहुंचे. हमारे विद्युत कर्मी निर्बाध आपूर्ति के लिए दिन-रात अपने कार्य में लगे हैं. उन्होंने कहा कि गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ी है. वहीं कई बिजली इकाइयां तकनीकी कारणों से हफ्तों से बंद है. ऐसे में बिजली की बचत के प्रयास में सभी अपना सहयोग प्रदान करें.
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