लखनऊ: राजधानी के ग्रामीण और शहरी इलाकों में चिकित्सकीय सेवाओं का विस्तार हुआ है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को 5 अस्पतालों का लोकार्पंण किया. इनमें बुधवार से मरीजों को इलाज मिलेगा. इन अस्पतालों की लागत करीब 18 करोड़ 96 लाख रुपये है. ऐसे में सरोजनीनगर, फैजुल्लागंज, मलिहाबाद और बेहटा निवासियों को सीएचसी-पीएचसी की सौगात मिली है. गोसाईंगंज में भी 50 बेड की मदर एंड चाइल्ड केयर विंग (एमसीएच) को बनाया गया है. केजीएमयू में 12 स्टेशन के पोस्टमार्टम हाउस का भी लोकापर्ण किया गया है.
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के मुताबिक ओपीडी का संचालन बुधवार से होगा. मरीजों की भर्ती के लिए संसाधन जुटा लिए गए हैं, जल्द ही मरीजों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी. इन अस्पतालों में सामान्य बीमारियों का इलाज होगा. सीएचसी और एमसीएच विंग में गर्भवती महिला और बच्चे भर्ती किए जाएंगे, साथ ही 24 घण्टे ऑपरेशन और सामान्य प्रसव की सुविधा होगी. इन अस्पतालों में करीब 92 बेड होंगे, यहां बच्चों का टीकाकरण, कोरोना जांच और पैथोलॉजी की सुविधा होगी.
राजधानी के केशवनगर-फैजुल्लागंज में तेज बुखार का प्रकोप छा गया है, यहां 20 से अधिक लोग बुखार की चपेट में हैं. फैजुल्लागंज के केशव नगर निवासी आशुतोष (21) और वैभव (12) को ठंड लगकर तेज बुखार आ रहा है. प्लेटलेट्स काउंट भी सामान्य से कम बताया गया है. इनके लिए डॉक्टरों ने डेंगू की आशंका जाहिर की है. दोनों को सीतापुर रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, यहां इनकी डेंगू की जांच हुई है. यहीं के जीवन, दिनेश कुमार, नमन, विनय, रिंकू, विट्टू, विनय, विभोर, सौरभ, श्याम और नीशू भी तेज बुखार से पीड़ित हैं. िस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता ममता त्रिपाठी ने बताया कि गंदगी और जलभराव से इलाके में डेंगू, मलेरिया और बुखार का प्रकोप है.