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लखनऊ: डिफेंस एक्सपो में शामिल होंगे 54 देशों के रक्षा मंत्री - सैन्य उपकरण

राजधानी लखनऊ में डिफेंस एक्सपो 5 से 9 फरवरी के बीच आयोजित होने वाला है. इसमें 54 देशों के रक्षा मंत्री शिरकत करेंगे. यहां सभी देश एक-दूसरे से सैन्य उपकरणों की खरीद और बिक्री कर सकेंगे.

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डिफेंस एक्सपो में 54 देशों के डिफेंस मिनिस्टर शामिल होंगे
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Published : Jan 31, 2020, 9:10 PM IST

लखनऊ: राजधानी में आयोजित हो रहे 5 से 9 फरवरी के बीच डिफेंस एक्सपो में 54 देशों के रक्षा मंत्री शिरकत करेंगे. लेकिन इसमें भारत के दो अहम पड़ोसी देश यानी चीन और पाकिस्तान के रक्षा मंत्री नजर नहीं आएंगे. इन 54 रक्षा मंत्रियों के साथ उनका प्रतिनिधिमंडल भी होगा.

डिफेंस एक्सपो में 54 देशों के डिफेंस मिनिस्टर शामिल होंगे
विदेशी अतिथियों को राज्य अतिथि का दर्जा डिफेंस एक्सपो से जुड़ी वेबसाइट पर चीन और पाक दोनों ही देश से जुड़ी युद्ध सामग्री के निर्माण या कंपनी ने आयोजन में हिस्सेदारी के लिए अब तक पंजीयन नहीं कराया गया है. ऐसे में इन दोनों देशों के डिफेंस एक्सपो में संभावना बहुत ही मुश्किल नजर आ रही है. रक्षा मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक डिफेंस एक्सपो में आने वाले विदेशी अतिथियों को राज्य अतिथि का दर्जा दिया जाएगा. जिला प्रशासन इन्हें प्रोटोकॉल भी मुहैया कराएगा. आयोजन स्थल तक सब की जाएगी व्यवस्थाविदेशी डेलिगेट्स में अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, इजरायल, यूएई, थाईलैंड, उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात, इराक, ईरान, ब्राज़ील, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड, घाना, सूडान, मैक्सिको और अफगानिस्तान के प्रतिनिधि शामिल होंगे. राज्य अतिथि का दर्जा प्राप्त करने वालों को प्रोटोकॉल के तहत मिलने वाली सभी सुविधाएं भी मिलेंगी. अतिथियों को एयरपोर्ट पर रिसीव करने के साथ आयोजन स्थल तक ले जाने और उनके ठहराव की बेहतर व्यवस्था की जाएगी.


इसे भी पढ़ें-बहराइच: दो युवकों की सड़क दुर्घटना में मौत, तीसरा गंभीर

सैन्य उपकरणों की खरीद और बिक्री
डिफेंस एक्सपो में हिस्सा लेने वाले देश अपने यहां के सैन्य उपकरण प्रदर्शित करेंगे. मेक इन इंडिया के तहत भारतीय रक्षा विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान (डीआरडीओ) के उत्पाद भी यहां पर पहली बार प्रदर्शित होंगे. भारत के साथ विभिन्न देश एमओयू साइन करेंगे. सभी देश एक दूसरे से सैन्य उपकरणों की खरीद और बिक्री कर सकेंगे.

लखनऊ: राजधानी में आयोजित हो रहे 5 से 9 फरवरी के बीच डिफेंस एक्सपो में 54 देशों के रक्षा मंत्री शिरकत करेंगे. लेकिन इसमें भारत के दो अहम पड़ोसी देश यानी चीन और पाकिस्तान के रक्षा मंत्री नजर नहीं आएंगे. इन 54 रक्षा मंत्रियों के साथ उनका प्रतिनिधिमंडल भी होगा.

डिफेंस एक्सपो में 54 देशों के डिफेंस मिनिस्टर शामिल होंगे
विदेशी अतिथियों को राज्य अतिथि का दर्जा डिफेंस एक्सपो से जुड़ी वेबसाइट पर चीन और पाक दोनों ही देश से जुड़ी युद्ध सामग्री के निर्माण या कंपनी ने आयोजन में हिस्सेदारी के लिए अब तक पंजीयन नहीं कराया गया है. ऐसे में इन दोनों देशों के डिफेंस एक्सपो में संभावना बहुत ही मुश्किल नजर आ रही है. रक्षा मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक डिफेंस एक्सपो में आने वाले विदेशी अतिथियों को राज्य अतिथि का दर्जा दिया जाएगा. जिला प्रशासन इन्हें प्रोटोकॉल भी मुहैया कराएगा. आयोजन स्थल तक सब की जाएगी व्यवस्थाविदेशी डेलिगेट्स में अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, इजरायल, यूएई, थाईलैंड, उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात, इराक, ईरान, ब्राज़ील, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड, घाना, सूडान, मैक्सिको और अफगानिस्तान के प्रतिनिधि शामिल होंगे. राज्य अतिथि का दर्जा प्राप्त करने वालों को प्रोटोकॉल के तहत मिलने वाली सभी सुविधाएं भी मिलेंगी. अतिथियों को एयरपोर्ट पर रिसीव करने के साथ आयोजन स्थल तक ले जाने और उनके ठहराव की बेहतर व्यवस्था की जाएगी.


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सैन्य उपकरणों की खरीद और बिक्री
डिफेंस एक्सपो में हिस्सा लेने वाले देश अपने यहां के सैन्य उपकरण प्रदर्शित करेंगे. मेक इन इंडिया के तहत भारतीय रक्षा विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान (डीआरडीओ) के उत्पाद भी यहां पर पहली बार प्रदर्शित होंगे. भारत के साथ विभिन्न देश एमओयू साइन करेंगे. सभी देश एक दूसरे से सैन्य उपकरणों की खरीद और बिक्री कर सकेंगे.

Intro:डिफेंस एक्सपो में शामिल होंगे 54 देशों के डिफेंस मिनिस्टर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित हो रहे पांच से नौ फरवरी के बीच डिफेंस एक्सपो में 54 देशों के रक्षा मंत्री शिरकत करेंगे, लेकिन भारत के दो अहम पड़ोसी देश के रक्षा मंत्री नजर नहीं आएंगे। यह देश हैं चीन और पाकिस्तान। इन 54 रक्षा मंत्रियों के साथ उनका प्रतिनिधिमंडल भी होगा लेकिन चीन और पाकिस्तान का कोई भी प्रतिनिधिमंडल भी यहां नहीं होगा।


Body:डिफेंस एक्सपो से जुड़ी वेबसाइट पर इन दोनों ही देश से जुड़ी किसी भी युद्ध सामग्री के निर्माण से जुड़ी किसी भी कंपनी ने आयोजन में हिस्सेदारी के लिए अब तक पंजीयन नहीं कराया है। ऐसे में इन दोनों देशों के डिफेंस एक्सपो में संभावना बहुत ही मुश्किल नजर आ रही है। रक्षा मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक डिफेंस एक्सपो में आने वाले विदेशी अतिथियों को राज्य अतिथि का दर्जा दिया जाएगा जिला प्रशासन इन्हें प्रोटोकॉल भी मुहैया कराएगा। विदेशी डेलिगेट्स में अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, इजरायल, यूएई, थाईलैंड, उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात, इराक, ईरान, ब्राज़ील, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड, घाना, सूडान, मैक्सिको और अफगानिस्तान के प्रतिनिधि शामिल होंगे। राज्य अतिथि का दर्जा प्राप्त करने वालों को प्रोटोकॉल के तहत मिलने वाली सभी सुविधाएं भी मिलेंगी। अतिथियों को एयरपोर्ट पर रिसीव करने के साथ आयोजन स्थल तक ले जाने और उनके ठहराव की बेहतर व्यवस्था की जाएगी।


Conclusion:डिफेंस एक्सपो स्थल में सभी देश जो हिस्सा ले रहे हैं वे अपने यहां के सैन्य उपकरण प्रदर्शित करेंगे। मेक इन इंडिया के तहत भारतीय रक्षा विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान (डीआरडीओ) के उत्पाद भी यहां पर पहली बार प्रदर्शित होंगे। भारत के साथ विभिन्न देश एमओयू साइन करेंगे। सभी देश एक दूसरे से सैन्य उपकरणों की खरीद और बिक्री कर सकेंगे।

अखिल पांडेय, लखनऊ, 9336 4096
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