लखनऊ : केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ स्थित मध्य कमान पहुंच कर सेना के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का भूमि पूजन किया. इस मौके पर उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, देश के सेना प्रमुख एमएम नरवणे और मध्य कमान के लेफ्टिनेंट जनरल आईएस घुमन भी उपस्थित रहे.
'उत्साह से परिपूर्ण होगा ये साल'
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इंडो-चाइना स्टैंड ऑफ के दौरान भारतीय सेना के साहस और पराक्रम को याद किया और कहा कि सेना के हौसले से पूरे देश का हौसला बढ़ा है. देश का मस्तक ऊंचा हुआ है. उन्होंने कमांड अस्पताल के लिए सभी को बधाई दी. रक्षा मंत्री ने कहा कि पिछला साल बाधाओं से भरा था तो यह साल समाधान का साल है. पिछला साल निराशा से भरा था तो यह साल उत्साह से परिपूर्ण होगा. उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में नेपाल के भी सर्विस रिटायर अफसरों को पहले की ही तरह उपचार मिलेगा. 20 सालों से न्यू कमांड अस्पताल की बात चल रही थी, लेकिन यह 2018 में पास हुआ. अब निर्माण कार्य की सभी बाधाएं दूर हो गई हैं. यहां लगे पेड़ों को पर्यावरण बचाने की दृष्टि से रीलोकेट किया जा रहा है, यह सुनकर बहुत अच्छा लगा है. इससे पर्यावरण सुरक्षित रहेगा.
'धरती पर भगवान का दूसरा रूप हैं डॉक्टर'
रक्षा मंत्री ने कहा कि जब पूरी दुनिया कोरोना की चपेट में थी तो कोई भी त्योहार नहीं मनाया जा सका. आपदा से निपटने के उपाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तभी से शुरू कर दिए थे. लगातार बैठक कर स्वास्थ्य उपकरण की जानकारी लेते थे. सभी उपकरण मुहैया कराए गए. मेडिकल स्टाफ ने इस कोरोना काल में जोखिम उठाया. अगर वह ऐसा न करते तो सारा इंफ्रास्ट्रक्चर रखा ही रह जाता. इसीलिए डॉक्टरों को धरती का दूसरा भगवान कहा जाता है. उन्होंने कहा कि हर जिले में एक पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल कॉलेज होगा. 22 नए एम्स पिछले 6 माह में बन चुके हैं. एमबीबीएस की 30 हजार सीटें बढ़ाई गई हैं. उन्होंने कहा कि 1971 का जो युद्ध था, उसकी इस साल स्वर्ण जयंती मनाई जा रही है. उसकी भी मैं बधाई देता हूं.
'हमारे लिए आज दोहरी खुशी का क्षण'
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 10 महीनों में पूरी दुनिया जिस महामारी से त्रस्त थी, उसके खिलाफ वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरु हो गया है. वास्तव में भारत की सेना पूरी दुनिया में शौर्य और पराक्रम के लिए जानी जाती है. आज ही न्यू कमांड अस्पताल की नींव रखी गई है. ऐसे में हमारे लिए यह दोहरी खुशी का क्षण है. उन्होंने कहा कि कोरोना से जंग में सेना ने बढ़-चढ़कर मदद की है, जिसके लिए सेना को बधाई देता हूं. उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर हैं. रक्षा और सिविल प्रशासन मिलकर काम करेगा. उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से पूरा सहयोग दिया जाएगा.
नर्सिंग और डेंटल कॉलेज का भी काम करेगा ये अस्पताल
इस मौके पर मध्य कमान के सेनाध्यक्ष आईएस घुमन ने कहा कि वर्चुअल रूप से आज के कार्यक्रम में आठ आर्मी स्टेशन जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि 1889 में ब्रिटिश आर्मी के लिए कमान अस्पताल बना था. उसे मॉडर्न बना रहे हैं. नए मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में 788 बेड और 100 इमरजेंसी बेड होंगे, जो छह लाख जवानों को कवर करेगा. 22 मिलिट्री अस्पताल अभी सेवाएं दे रहे हैं. नर्सिंग कॉलेज और डेंटल के लिए भी कॉलेज की तरह ये अस्पताल काम करेगा. अगले तीन से चार साल में यह अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा.