लखनऊ: उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा की बदहाली का इससे बड़ा नमूना शायद ही मिले. राजधानी लखनऊ में एक कमरे वाला प्राथमिक विद्यालय संचालित किया जा रहा है. इस विद्यालय में एक ही कमरे में 174 विद्यार्थी बैठकर शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर हैं. हेड मास्टर के लिए एक छोटा सा कमरा है. जिस कमरे में अलमारी और मेज-कुर्सी रखने का इंतजाम था. उसमें भी कक्षा 4 और 5 के बच्चों को बिठाया जा रहा है. लेकिन पूरी क्लास इस मुख्य कमरे में ही संचालित होती है.
प्राथमिक शिक्षा हुई बदहाल
- मामला राजधानी लखनऊ का है जहां प्राथमिक विद्यालय दौलतगंज को कई दशकों से एक कमरे में ही संचालित किया जा रहा है.
- कई दशकों से संचालित इस विद्यालय की इमारत भी जर्जर हो चुकी है.
- जिस इमारत में यह विद्यालय संचालित किया जा रहा है वह भी किराए की है.
- इस विद्यालय में कक्षा 1 से लेकर 3 तक के बच्चे एक कमरे में पढ़ाई करते हैं.
- मेज-कुर्सी रखने वाले कमरे में कक्षा 4 और 5 के बच्चों को बिठाया जा रहा है.
- बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल में तीन शिक्षाएं तैनात हैं लेकिन एक वक्त एक ही शिक्षिका पढ़ा सकती है.
- एक कमरे में संचालित होने वाले इस विद्यालय के बारे में शिक्षा विभाग के स्थानीय अधिकारियों से लेकर उच्च स्तर तक सभी वाकिफ हैं.
- लेकिन किराए के भवन में संचालित होने की वजह से ना तो इस विद्यालय का विस्तार हो पा रहा है ना सुविधाओं में इजाफा.