लखनऊ: रमजान के पाक और मुकद्दस महीने में रोजे रखकर इबादत करने के बाद शव्वाल के महीने का आगाज होता है. इस्लामिक महीने शव्वाल के पहले दिन ईद उल फितर मनाई जाती है. मुसलमान शव्वाल महीने के चांद निकलने तक 29 या 30 रोजे रखते है, जिसके बाद ईद का पर्व मनाया जाता है. देश में आज मरकजी चांद कमेटियां ईद के चांद का दीदार करने की कोशिश करेंगी, जिसके बाद ईद की तारीख का एलान होगा.
आज होगा ईद की तारीख का एलान
राजधानी लखनऊ में शिया और सुन्नी मरकजी चांद कमेटियां चांद का दीदार करने की कोशिश करेंगी. चांद अगर नजर आता है तो अगले दिन यानी गुरुवार को ईद उल फितर का पर्व मनाया जाएगा और अगर आज चांद नहीं नजर आता है तो पूरे देश में शुक्रवार को ईद मनाई जाएगी. ईद के पर्व की तारीख का एलान देर शाम राजधानी लखनऊ में मरकजी चांद कमेटी करेगी.
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सभी से चांद देखने की अपील
मरकजी चांद कमेटी फरंगी महल और शिया चांद कमेटी के साथ रुयते हिलाल कमेटी फरंगी महल ने सभी से आज चांद देखने की अपील की है. कमेटियों ने कहा कि चांद नजर आने पर उलमा से सम्पर्क करें और उन्हें सूचित करें. मरकजी चांद कमेटी चांद दिखने की तसदीक के बाद ईद की तारीख की घोषणा करेगी. कमेटी के जिम्मदरों ने अपील की है कि चांद देखने के दौरान कहीं भी भीड़ न लगाएं.
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ देखा जाएगा चांद
कोरोना काल में इस वर्ष पड़ रहे ईद के पर्व के लिए इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया सहित कई इस्लामिक संगठनों ने मुसलमानों से इस पर्व को बेहद सादगी से मनाने की अपील की है. यूपी में मस्जिदों में महज पांच लोगों द्वारा ही ईद की विशेष नमाज को अदा करने की भी अपील की गई है. मरकजी चांद कमेटियों के जिम्मेदारों ने बताया कि कोरोना को देखते हुए इस वर्ष चांद देखने के लिए भी विशेष एहतिमाम किये गए है और सिर्फ 2 से 3 उलमा ही इस प्रक्रिया के दौरान मौजूद रहेंगे.