लखनऊ: योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले मंत्रिमंडल के नामों में जहां बहुत सारे नामों पर चर्चा हो रही थी. वहीं, सबकी निगाहें मुस्लिम चेहरे पर भी थी. हालांकि सबसे ज्यादा कॉन्फिडेंस पिछली सरकार में मंत्री रहे मोहसिन रजा के नाम पर थी. लेकिन बेहद साधारण परिवार से आने वाले भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री दानिश आजाद पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरोसा जताया और योगी सरकार 2.0 में मंत्री पद से नवाज़ा.
दानिश आजाद अंसारी सुन्नी मुस्लिम समाज से आते हैं. वह बलिया के निवासी है और ABVP में सक्रिय रहे हैं. दानिश आजाद लखनऊ यूनिवर्सिटी में छात्र राजनीति करते रहे हैं. जिसके बाद भाषा समिति में उन्हें सदस्य पद से नवाजा गया था. वह फकरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी के भी सदस्य बनाए गए थे. इसी के बाद उनके काम को देखते उन्हें संगठन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
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इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें अल्पसंख्यक मोर्चा का प्रदेश महामंत्री बनाया. जिसके बाद उन्होंने सूबे के तमाम जनपदों का दौरा कर मुस्लिम समाज को पार्टी से जोड़ने का काम किया. यही वजह रही कि 2017 के मुकाबले 2022 के चुनाव में भाजपा को मुस्लिम वोटों में बढ़त मिली.
देखते ही देखते दानिश आजाद की संगठन में मजबूत पकड़ के साथ ही मीडिया में पार्टी का बेहतरीन पक्ष रखने का भी मौका मिला. दानिश को राज्यमंत्री मोहसिन रजा की जगह पर तरजीह दी गई है. मंत्री दानिश आजाद की मुस्लिम समाज के साथ ही युवाओं में भी बेहतरीन पकड़ है.
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