लखनऊः यूपी में बढ़ते कोरोना के केस को देखते हुये पूरे राज्य में एम्बुलेंस सेवा अलर्ट कर दी गयी है. शुक्रवार को 24 घंटे में चार सौ के करीब मरीज पहुंच गये हैं. ऐसे में सरकारी अमला वायरस से नियंत्रण के लिए फिर से रणनीति बनाने में जुट गयी है. संक्रमित मरीजों की शिफ्टिंग के लिये प्लान तैयार की गयी है.
हालात सामान्य होने पर इमरजेंसी में लगी थीं एम्बुलेंस
दरअसल, कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को कोविड अस्पताल में शिफ्ट करना होता है. हालात सामान्य होने पर कई एम्बुलेंस रूटीन इमरजेंसी सेवा में काम करने लगी थीं. वहीं अब वायरस ने फिर से पैर पसारने शुरू कर दिये हैं. ऐसे में 108 और एएलएस एम्बुलेंस सेवा को कोविड ड्यूटी को लेकर अलर्ट मोड पर कर दिया गया. एम्बुलेंस में तैनात पायलट, इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन सहित दूसरे स्टॉफ को सतर्क कर दिया गया है.
सामान्य से लेकर वेंटिलेटर वाली एम्बुलेंस रहेगी मुस्तैद
प्रदेश में एम्बुलेंस सेवा प्रदाता संस्था जीवीके ईएमआरआई के मीडिया सलाहकार आनंद दीक्षित ने बताया कि पिछले साल मार्च में कोरोना आने पर 108 की 308 एम्बुलेंस पहले लगाई गयी. संक्रमण के बढ़ने पर 108 एम्बुलेंसों की संख्या 990 कर दी गयी थी. ऐसे ही पहले वेंटिलेटर सुविधा वाली 40 एएलएस एम्बुलेंस को तैनात किया गया. मरीज बढ़ने पर एएलएस की संख्या 180 कर दी गयी थी. इस दौरान 108 एम्बुलेंस से अबतक 1,86,402 मरीजों को अस्पताल पहुंचाया गया. वहीं एएलएस एम्बुलेंस से 38,909 अति गंभीर मरीजों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया.
अभी कोविड ड्यूटी में लगी हैं एम्बुलेंस
आंनद दीक्षित के मुताबिक वर्तमान समय में कोरोना मरीजों के लिए 108 की कुल 188 एम्बुलेंस लगी हैं. वहीं 15 एएलएस एम्बुलेंस लगी है. लखनऊ में 108 की कुल 42 और 4 एएलएस एम्बुलेंस कोविड मरीजों के लिए लगाई गई है. कोविड मामलों में बढ़ोत्तरी के मद्देनजर 108 और एएलएस एम्बुलेंस सेवा फिर से अलर्ट पर है.