लखनऊ: त्यौहारों को देखते हुए घर जाने के लिए लोगों की काफी भीड़ बस स्टेशनों पर उमड़ रही है. इन यात्रियों के लिए काफी संख्या में रोडवेज बसें भी उपलब्ध कराई गईं, लेकिन जिन रूटों के लिए यात्रियों को बसें नहीं मिली तो उन्होंने डग्गामार बसों का सहारा लिया और इसका फायदा डग्गामार वाहन चालकों ने जमकर उठाया. डग्गामार वाहन चालकों ने रोडवेज से ढाई गुना तक ज्यादा किराया यात्रियों से वसूला गया.
वसूला दोगुना किराया
डग्गामार वाहन संचालकों के किराए की वसूली का आलम यह है कि लखनऊ से जयपुर का किराया 22 सौ रुपये मांगा गया. जबकि रोडवेज बसों का किराया हजार रुपये के करीब ही है. वहीं लखनऊ से चंडीगढ़, कोटा और दिल्ली रूट के यात्रियों ने इस मामले की शिकायत परिवहन अधिकारियों से की है. परिवहन निगम के अधिकारी बताते हैं कि त्योहार पर डग्गामार बसों की संख्या में इजाफा हो जाता है. डग्गामार बसें यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रही हैं. यात्रियों ने इस मामले में शिकायत की है.
देर रात तक बस स्टेशन पर जमे रहे अफसर
दिवाली पर घर जाने वालों की भीड़ देर रात तक बस स्टेशन पर आती रही. खासकर आलमबाग बस स्टेशन पर काफी संख्या में भीड़ उमड़ी. बसों की व्यवस्था करने के लिए रोडवेज अफसर देर रात तक बस स्टेशन पर ही जमे रहे. चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अमरनाथ सहाय ने बताया कि दिवाली पर काफी संख्या में यात्री अपने घरों को जा रहे हैं. ऐसे में अतिरिक्त बसों की जरूरत पड़ रही है. विभिन्न रूटों की बसों को ज्यादा भीड़ वाले रूटों पर लगाकर लोगों को घर भेजा जा रहा है.
संचालित की गईं 250 से ज्यादा अतिरिक्त बसें
लखनऊ से पूर्वांचल के बीच रूटीन बसों के अलावा 250 से ज्यादा अतिरिक्त बसें रवाना की गईं. इनमें 200 के करीब साधारण और एसी अनुबंधित बसें शामिल थीं. सबसे ज्यादा यात्री प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर के आसपास के क्षेत्रों के हैं. लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस ने बताया कि बस स्टेशन पहुंचने वाले सभी यात्रियों को बसें उपलब्ध कराई गईं हैं.
लखनऊ: दिवाली पर डग्गामार बसों ने यात्रियों की जेब पर डाला डाका - 250 से ज्यादा अतिरिक्त बसें चलाई गई
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दिवाली पर घर जा रहे लोगों से डग्गामार बस संचालकों ने मनमाना किराया वसूला. शुक्रवार को यात्रियों से रोडवेज की तुलना में ढाई गुना तक ज्यादा किराया वसूला गया. यात्रियों ने इसकी शिकायत परिवहन विभाग के अधिकारियों से की है.
लखनऊ: त्यौहारों को देखते हुए घर जाने के लिए लोगों की काफी भीड़ बस स्टेशनों पर उमड़ रही है. इन यात्रियों के लिए काफी संख्या में रोडवेज बसें भी उपलब्ध कराई गईं, लेकिन जिन रूटों के लिए यात्रियों को बसें नहीं मिली तो उन्होंने डग्गामार बसों का सहारा लिया और इसका फायदा डग्गामार वाहन चालकों ने जमकर उठाया. डग्गामार वाहन चालकों ने रोडवेज से ढाई गुना तक ज्यादा किराया यात्रियों से वसूला गया.
वसूला दोगुना किराया
डग्गामार वाहन संचालकों के किराए की वसूली का आलम यह है कि लखनऊ से जयपुर का किराया 22 सौ रुपये मांगा गया. जबकि रोडवेज बसों का किराया हजार रुपये के करीब ही है. वहीं लखनऊ से चंडीगढ़, कोटा और दिल्ली रूट के यात्रियों ने इस मामले की शिकायत परिवहन अधिकारियों से की है. परिवहन निगम के अधिकारी बताते हैं कि त्योहार पर डग्गामार बसों की संख्या में इजाफा हो जाता है. डग्गामार बसें यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रही हैं. यात्रियों ने इस मामले में शिकायत की है.
देर रात तक बस स्टेशन पर जमे रहे अफसर
दिवाली पर घर जाने वालों की भीड़ देर रात तक बस स्टेशन पर आती रही. खासकर आलमबाग बस स्टेशन पर काफी संख्या में भीड़ उमड़ी. बसों की व्यवस्था करने के लिए रोडवेज अफसर देर रात तक बस स्टेशन पर ही जमे रहे. चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अमरनाथ सहाय ने बताया कि दिवाली पर काफी संख्या में यात्री अपने घरों को जा रहे हैं. ऐसे में अतिरिक्त बसों की जरूरत पड़ रही है. विभिन्न रूटों की बसों को ज्यादा भीड़ वाले रूटों पर लगाकर लोगों को घर भेजा जा रहा है.
संचालित की गईं 250 से ज्यादा अतिरिक्त बसें
लखनऊ से पूर्वांचल के बीच रूटीन बसों के अलावा 250 से ज्यादा अतिरिक्त बसें रवाना की गईं. इनमें 200 के करीब साधारण और एसी अनुबंधित बसें शामिल थीं. सबसे ज्यादा यात्री प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर के आसपास के क्षेत्रों के हैं. लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस ने बताया कि बस स्टेशन पहुंचने वाले सभी यात्रियों को बसें उपलब्ध कराई गईं हैं.