लखनऊ : अधिक पैसा कमाने की चाह साइबर जालसाजों के लिए सबसे बड़ा हथियार बन रहा है. लोग साइबर अपराधियों की पार्ट टाइम काम कर कुछ पैसा कमाने की पॉलिसी पर इंट्रेस्ट दिखा रहे हैं और एक दिन जीवन भर की कमाई गंवा देते हैं. राजधानी में ऐसे ही दो मामले सामने आए हैं. जिसमें एक पीड़ित को यूट्यूब के वीडियो लाइक करने के एवज में कमीशन देने का लालच दिया गया तो दूसरे पीड़ित को एयरलाइन को रेटिंग देकर पैसे कमाने का झांसा दिया. साइबर जालसाजों के झांसे में आकर दोनों ने 12 लाख रुपये गंवा दिए.
एयरलाइन रेटिंग के चक्कर में गंवाए साढ़े पांच लाख रुपये
राजधानी के सुशांत गोल्फ सिटी के रहने वाले रंजन कुमार को बीते दिनों टेलीग्राम में सहारा नाम के ग्रुप से मैसेज आया और उन्हें पार्ट टाइम जॉब के लिए कहा गया. उन्होंने जब इस पर सहमति दिखाई तो उन्हें एक London cs नाम की ग्रुप में जोड़ा गया और उन्हें बताया गया कि एयरलाइन को रेटिंग करना है. जिसके एवज में उन्हें कमीशन दिया जाएगा. हालांकि इसके लिए उन्हें 30 टिकट उपलब्ध कराते हुए ऑनलाइन पैसे इन्वेस्ट करवाए गए. उन्होंने बताया गया कि आपको मूल धन के साथ ही मोटा कमीशन भी वापस किया जाएगा. ऐसे में रंजन कुमार ने कुल पांच लाख 64 हजार 571 रुपये इन्वेस्ट कर दिए, लेकिन उन्हें किसी भी प्रकार का कमीशन नहीं दिया गया. जब रंजन ने अपने पैसे मांगे तो उनसे 9 लाख रुपये और जमा करने के लिए कहा गया. रंजन समझ चुके थे कि उनके साथ ठगी हुई है. रंजन कुमार ने साइबर क्राइम लखनऊ थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.
वीडियो लाइक कर पैसा कमाने के चक्कर में सात लाख रुपये गंवाए
लखनऊ के सआदतगंज के रहने वाले अजिर स्वरूप को वॉट्सएप पर एक मैसेज आया और उन्हें बताया गया कि वो इंफ्लायूसर हब के हैं. जिसमें यूट्यूब के वीडियो लाइक करके हर लाइक के लिए 50 रुपये कमाने का मौका देते हैं. अजिर व्हाट्सएप मैसेज के झांसे में आ गए. उन्हें शुरुआत में 168 रुपये मिले. इसके बाद अजिर को भरोसा हो गया कि कंपनी ठीक है और वह पैसे देगी. इसके बाद धीरे धीरे अजिर से छह लाख 93 हजार रुपये जमा करा लिए गए. इसके बाद कमीशन का पैसा मिलना बंद हो गया. अजिर ने जब अपने पैसे वापस मांगे तो उनसे सात लाख 77 हजार रुपये और जमा करने के लिए कहा गया. अब अजिर ने लखनऊ साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है.