लखनऊ: राजधानी में साइबर जालसाजी का गिरोह इतना सक्रिय है कि वह आए दिन लोगों को अपने ठगी का निशाना बना रहा है. इस बार सेवानिवृत्त समीक्षा अधिकारी लोक निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश सचिवालय ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र लिखते हुए अपने साथ हुई ठगी के बारे में बताया है. उन्होंने बताया कि उनके पास एक नंबर से कॉल आई और उसने खुद को बीके त्रिपाठी ट्रेजरी ऑफिसर बताते हुए उनसे पेंशन के बारे में जानकारी हासिल की. उनसे व्हाट्सएप पर फैमिली डाटा, खाता संख्या, एटीएम संख्या के साथ ही नॉमिनी की जानकारी हासिल कर ली. आरोपी ने व्हाट्सएप नंबर के जरिए उनका सारा डाटा मंगाया, जिसके बाद उनके अकाउंट से जालसाजों ने 4,40,800 रुपए पार कर दिए.
ऐसे झांसे में आ गए राम सिंह
जानकारी के मुताबिक, राम सिंह लोक निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश सचिवालय से सेवानिवृत्त हैं. इनके पास एक मोबाइल नंबर से कॉल आती है. वह खुद को ट्रेजरी ऑफिसर बताते हुए स्टेट बैंक सचिवालय शाखा के मुख्य प्रबंधक एके अग्रवाल से फोन पर वार्ता ऑनलाइन करता है और यह कहता है राम सिंह की पेंशन अपडेट आपको करनी चाहिए थी. मोबाइल पर भी अपने साथ किसी गुप्ता को पुकारते हुए राम सिंह की फाइल लाओ और सारी फाइलें पेंशन अपडेट करने के बाद प्रस्तुत करने की बात गुप्ता को कहता रहा. इसी झांसे में आकर राम सिंह ने अपनी सारी जानकारी उसको दे दी, जिसका फायदा उठाते हुए उस जालसाज ने सेवानिवृत्त अधिकारी के खाते में मौजूद रकम निकाल ली. रात को इस घटना पर शक होते ही उन्होंने अपना खाता चेक किया तो मालूम चला कि उनके अकाउंट से पैसे गायब हैं.
मुख्यमंत्री को लिखा शिकायती पत्र
रामसिंह ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र लिखने के साथ ही सचिवालय के ट्रेजरी अधिकारी को भी एक शिकायती पत्र लिखा है. उन्होंने साइबर क्राइम का मुकदमा दर्ज कराया है. इस मामले पर पुलिस से जानकारी हासिल की गई तो उन्होंने बताया कि यह मामला नाका थाना को ट्रांसफर कर दिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई भी की जाएगी और आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.