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CTET paper seller arrested : कोचिंग सेंटर संचालक ने 2 लाख रुपये में बेचा था पेपर, STF ने किया गिरफ्तार - ctet paper out

यूपी STF ने CTET का पेपर आउट कराने वाले गिरोह के दो सदस्यों को मेरठ से गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को तीसरे आरोपी अमित कुमार (CTET paper seller arrested ) को गाजीपुर थाना क्षेत्र के कलेवा चौराहे के पास से दबोच लिया है. आरोपी अमित कोचिंग सेंटर चलाता है और 2 लाख से 2.50 लाख रुपये में पेपर बेचने की बात कुबूल की है.

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Published : Jan 18, 2023, 4:58 PM IST

लखनऊ : एसटीएफ उत्तर प्रदेश ने मोटी रकम लेकर CTET का पेपर आउट कराने वाले गिरोह के दो सदस्यों को मेरठ से गिरफ्तार करने के बाद एक अन्य सदस्य को राजधानी के गाजीपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. आरोपी CTET अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर उन्हें पेपर उपलब्ध कराता था. गिरफ्तार किया गया आरोपी अमित इंदिरानगर गाजीपुर का रहने वाला है. STF ने आरोपी के पास से तीन मोबाइल फोन, 28 C-TET एडमिट कार्ड, 137 वर्क सी-टेट परीक्षा के प्रश्नपत्र, 5 चेक बुक बरामद की हैं.


यूपी STF के एसएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि C-TET की परीक्षा में नकल कराने की शिकायतें मिलने पर टीमों को लगाया गया था. टीमों को कहा गया था कि सतर्क नजर रखें और ऐसा करने वाले लोगों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई और गिरफ्तारी करें. जिसके बाद एएसपी बृजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पेपरआउट कराने वाले गैंग के 2 सदस्यों को मंगलवार को मेरठ के कंकड़खेड़ा थाने से गिरफ्तार किया गया था. बुधवार को गाजीपुर थानांतर्गत कलेवा चौराहे से अमित कुमार को गिरफ्तार किया गया है.

पीएचडी धारक है पेपर आउट करने वाला आरोपी : पूछताछ में आरोपी अमित कुमार ने बताया कि हमने काॅमर्स से पीएचडी की है और द मास्टर हब नाम से लखनऊ में कोचिंग सेंटर चलाता हूं. हम लोगों का एक संगठित गिरोह है, जिसमें मैं महक सिंह, विवेक शर्मा उर्फ विक्की, पारितोष तिवारी, लक्ष्मी नारायण सिंह व विनायक राय शामिल हैं. हम लोग एक साथ मिलकर होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं का प्रश्नपत्र लीक कराकर अभ्यर्थियों से अवैध रूप से मोटी रकम लेते थे. वर्ष 2023 में होने वाली सी-टेट परीक्षा का पेपर 12 व13 जनवरी को होना था. उसके एक घंटे पहले लक्ष्मीनारायण सिंह व विनायक राय ने हमें व्हाटसएप के माध्यम से पेपर दिया था, जो हमने महक सिंह व कई अन्य लोगों को 2 लाख से 2.50 लाख रुपये लेकर व्हाटसएप के माध्यम से भेज दिया. 16 जनवरी को भी हम लोग पेपर आउट कराने वाले थे, लेकिन पुलिस की सक्रियता देखकर हम लोग डर गए और पेपर ऑउट नहीं करवा पाए. मैंने अपने मोबाइल फोन से व्हाटसएप का पूरा डेटा डिलीट कर दिया था, परन्तु डिलीट करने से पहले मैंने 13 जनवरी की परीक्षा का सम्पूर्ण लीक प्रश्न पत्र अपने दूसरे मोबाइल में सुरक्षित कर दिया था जो अभी भी मौजूद है.

मेरठ से हुई थी दो लोगों की गिरफ्तारी : एसटीएफ ने इसी गैंग के दो सदस्यों को कंकरखेड़ा मेरठ से गिरफ्तार किया था. जिसमें रोहतक के सोमबीर और मथुरा के महक सिंह शामिल हैं. एसटीएफ ने इन के पास से तीन मोबाइल फोन, 2 C-TET एडमिट कार्ड, 2 आधार कार्ड, 1 पेन कार्ड और 1 स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की थी.

लखनऊ : एसटीएफ उत्तर प्रदेश ने मोटी रकम लेकर CTET का पेपर आउट कराने वाले गिरोह के दो सदस्यों को मेरठ से गिरफ्तार करने के बाद एक अन्य सदस्य को राजधानी के गाजीपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. आरोपी CTET अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर उन्हें पेपर उपलब्ध कराता था. गिरफ्तार किया गया आरोपी अमित इंदिरानगर गाजीपुर का रहने वाला है. STF ने आरोपी के पास से तीन मोबाइल फोन, 28 C-TET एडमिट कार्ड, 137 वर्क सी-टेट परीक्षा के प्रश्नपत्र, 5 चेक बुक बरामद की हैं.


यूपी STF के एसएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि C-TET की परीक्षा में नकल कराने की शिकायतें मिलने पर टीमों को लगाया गया था. टीमों को कहा गया था कि सतर्क नजर रखें और ऐसा करने वाले लोगों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई और गिरफ्तारी करें. जिसके बाद एएसपी बृजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पेपरआउट कराने वाले गैंग के 2 सदस्यों को मंगलवार को मेरठ के कंकड़खेड़ा थाने से गिरफ्तार किया गया था. बुधवार को गाजीपुर थानांतर्गत कलेवा चौराहे से अमित कुमार को गिरफ्तार किया गया है.

पीएचडी धारक है पेपर आउट करने वाला आरोपी : पूछताछ में आरोपी अमित कुमार ने बताया कि हमने काॅमर्स से पीएचडी की है और द मास्टर हब नाम से लखनऊ में कोचिंग सेंटर चलाता हूं. हम लोगों का एक संगठित गिरोह है, जिसमें मैं महक सिंह, विवेक शर्मा उर्फ विक्की, पारितोष तिवारी, लक्ष्मी नारायण सिंह व विनायक राय शामिल हैं. हम लोग एक साथ मिलकर होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं का प्रश्नपत्र लीक कराकर अभ्यर्थियों से अवैध रूप से मोटी रकम लेते थे. वर्ष 2023 में होने वाली सी-टेट परीक्षा का पेपर 12 व13 जनवरी को होना था. उसके एक घंटे पहले लक्ष्मीनारायण सिंह व विनायक राय ने हमें व्हाटसएप के माध्यम से पेपर दिया था, जो हमने महक सिंह व कई अन्य लोगों को 2 लाख से 2.50 लाख रुपये लेकर व्हाटसएप के माध्यम से भेज दिया. 16 जनवरी को भी हम लोग पेपर आउट कराने वाले थे, लेकिन पुलिस की सक्रियता देखकर हम लोग डर गए और पेपर ऑउट नहीं करवा पाए. मैंने अपने मोबाइल फोन से व्हाटसएप का पूरा डेटा डिलीट कर दिया था, परन्तु डिलीट करने से पहले मैंने 13 जनवरी की परीक्षा का सम्पूर्ण लीक प्रश्न पत्र अपने दूसरे मोबाइल में सुरक्षित कर दिया था जो अभी भी मौजूद है.

मेरठ से हुई थी दो लोगों की गिरफ्तारी : एसटीएफ ने इसी गैंग के दो सदस्यों को कंकरखेड़ा मेरठ से गिरफ्तार किया था. जिसमें रोहतक के सोमबीर और मथुरा के महक सिंह शामिल हैं. एसटीएफ ने इन के पास से तीन मोबाइल फोन, 2 C-TET एडमिट कार्ड, 2 आधार कार्ड, 1 पेन कार्ड और 1 स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की थी.

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