लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा है कि इस वर्ष के टैरिफ आदेश के अनुसार लगातार चौथे साल बिजली की दरों में कोई वृद्धि नहीं हुई है. घरेलू उपभोक्ताओं सहित सभी श्रेणी के 3.27 करोड़ उपभोक्ताओं को इससे लाभ होगा. अब ओपन एक्सेस लेने वाले उपभोक्ताओं पर लगने वाला क्रॉस सब्सिडी चार्ज भी घटा दिया गया है. जिससे उपभोक्ता अन्य श्रोतों से सस्ती दरों पर डिस्काम के अलावा वैकल्पिक बिजली आसानी से ले सकते हैं.
व्हीलिंग चार्ज भी हुआ कम: उन्होंने कहा कि व्हीलिंग चार्ज में भी कमी की गई है. इसे 0.92 पैसे प्रति यूनिट से घटाकर 0.88 पैसे कर दिया गया है. इससे वितरण तंत्र का उपयोग करने वाले ओपन एक्सेस उपभोक्ता लाभान्वित होंगे और बाजार में किसी भी श्रोत से बिजली खरीद को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि ग्रीन ऊर्जा लेने वाले उपभोक्ताओं के लिए देय अतिरिक्त चार्ज 0.54 पैसे प्रति यूनिट से घटाकर 0.44 पैसे कर दिया गया है. इससे ग्रीन एनर्जी का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को सस्ती ग्रीन एनर्जी मिलेगी.
कंपनियों को लगा करंट: उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत नियामक आयोग ने बिजली कंपनियों के बिजली दरों को बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव को ठुकरा दिया. बिजली दरों में किसी तरह की बढ़ोतरी करने से नियामक आयोग ने साफ तौर पर मना कर दिया. इससे प्रदेश के उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है. लगातार हर साल कंपनियां बिजली दरों को बढ़ाने का प्रस्ताव दाखिल करती हैं लेकिन नियामक आयोग पहले से ही उत्तर प्रदेश की बिजली दरों को देशभर के सभी राज्यों से महंगी होने के चलते खारिज कर देता है. चौथे साल नियामक आयोग ने बिजली कंपनियों के बिजली दरों के बढ़ोतरी संबंधी प्रस्ताव को ठुकराया है. इससे ऊर्जा विभाग को तो करंट लगा है लेकिन उपभोक्ताओं ने बड़ी राहत महसूस की है.
लगातार चौथे साल बिजली दरों में नहीं हुई बढ़ोतरी, कंपनियां मायूस और उपभोक्ता खुश - ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा
2023 के टैरिफ आदेश के अनुसार लगातार चौथे साल बिजली की दरों में कोई वृद्धि नहीं हुई है. इससे 3.27 करोड़ उपभोक्ताओं को इससे लाभ होगा.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा है कि इस वर्ष के टैरिफ आदेश के अनुसार लगातार चौथे साल बिजली की दरों में कोई वृद्धि नहीं हुई है. घरेलू उपभोक्ताओं सहित सभी श्रेणी के 3.27 करोड़ उपभोक्ताओं को इससे लाभ होगा. अब ओपन एक्सेस लेने वाले उपभोक्ताओं पर लगने वाला क्रॉस सब्सिडी चार्ज भी घटा दिया गया है. जिससे उपभोक्ता अन्य श्रोतों से सस्ती दरों पर डिस्काम के अलावा वैकल्पिक बिजली आसानी से ले सकते हैं.
व्हीलिंग चार्ज भी हुआ कम: उन्होंने कहा कि व्हीलिंग चार्ज में भी कमी की गई है. इसे 0.92 पैसे प्रति यूनिट से घटाकर 0.88 पैसे कर दिया गया है. इससे वितरण तंत्र का उपयोग करने वाले ओपन एक्सेस उपभोक्ता लाभान्वित होंगे और बाजार में किसी भी श्रोत से बिजली खरीद को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि ग्रीन ऊर्जा लेने वाले उपभोक्ताओं के लिए देय अतिरिक्त चार्ज 0.54 पैसे प्रति यूनिट से घटाकर 0.44 पैसे कर दिया गया है. इससे ग्रीन एनर्जी का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को सस्ती ग्रीन एनर्जी मिलेगी.
कंपनियों को लगा करंट: उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत नियामक आयोग ने बिजली कंपनियों के बिजली दरों को बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव को ठुकरा दिया. बिजली दरों में किसी तरह की बढ़ोतरी करने से नियामक आयोग ने साफ तौर पर मना कर दिया. इससे प्रदेश के उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है. लगातार हर साल कंपनियां बिजली दरों को बढ़ाने का प्रस्ताव दाखिल करती हैं लेकिन नियामक आयोग पहले से ही उत्तर प्रदेश की बिजली दरों को देशभर के सभी राज्यों से महंगी होने के चलते खारिज कर देता है. चौथे साल नियामक आयोग ने बिजली कंपनियों के बिजली दरों के बढ़ोतरी संबंधी प्रस्ताव को ठुकराया है. इससे ऊर्जा विभाग को तो करंट लगा है लेकिन उपभोक्ताओं ने बड़ी राहत महसूस की है.