लखनऊ : मिशन शक्ति के तहत यूपी में लड़कियों और महिलाओं को सुरक्षा देने का दावा किया जा रहा है, लेकिन यह दावा प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कामयाब नहीं पा रहा है. राजधानी में मल्टीनेशनल कंपनी में प्रोडक्ट डिजाइनर के तौर पर काम करने वाली युवती के साथ दिन दहाड़े छेड़छाड़ हुई और जब मदद के लिए युवती ने वूमेन पाॅवर लाइन 1090 में कॉल की तो मदद के बजाए कॉल ही काट दी गई. इसके बाद युवती ने आपबीती सोशल मीडिया में लिखी तो आननफानन गोमतीनगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की.
जानकारी के अनुसार गोमतीनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत दयाल पैराडाइज चौराहे पर युवती तीन जुलाई को अपनी दोस्त से मिलकर वापस घर जा रही थी. इसी दौरान युवती के पास एक स्विफ्ट डिजायर कार आकार रुकी. कार में एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति सवार था. युवती के मुताबिक वह अचानक उसे मोबाइल में पोर्न दिखाने लगा. युवती ने तत्काल अपने फोन पर कार का नंबर नोट कर वूमेन पाॅवर लाइन 1090 में कॉल की. युवती के अनुसार 1090 में कॉल उठाने वाले कर्मचारी ने पूरी बात सुनने के बाद कॉल काट दी, जिसके बाद वह घर आ गई.
ट्वीट किया तो हरकत में आई पुलिस : युवती ने बताया कि घर पहुंच कर उसने ट्विटर पर अपने साथ हुई आपबीती लिखी और उसमें सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों को टैग किया. इसके बाद उनके पास पुलिस की कॉल आई और गोमतीनगर थाने पहुंच कर एफआईआर दर्ज करवाई. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 354 A के तहत मुकदमा दर्ज कर गाड़ी के नंबर के आधार पर आरोपी को पहचान कर थाने बुलाया. थाने में युवती की सहमति के आधार पर समझौता कराने की बात कही जा रही है.
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