नई दिल्ली: जहां एक तरफ राजधानी में तेजी से बढ़ते प्रदूषण स्तर ने हर किसी की चिंता बढ़ा दी है, तो वहीं दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के स्तर पर नजर बनाए रखने के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी सीपीसीबी ने मॉनिटरिंग स्टेशनों की संख्या दोगुने से ज्यादा कर दी है. जहां बीते साल दिल्ली एनसीआर में मॉनिटरिंग स्टेशन कुल 54 थे, तो वहीं इनकी संख्या बढ़ाकर अब 115 कर दिया गया है.
23 अक्टूबर से प्रदूषण में बढ़ोतरी की संभावना
इस संबंध में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली एनसीआर में 23 अक्टूबर से प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना है. इसी को ध्यान में रखते हुए मॉनिटरिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ाई गई है. इतना ही नहीं दिल्ली-NCR का विस्तार करते हुए सोनीपत और मेरठ को भी इसमें शामिल किया गया है.
मॉनिटरिंग स्टेशनों की संख्या 54 थी
पिछले साल दिल्ली-एनसीआर में मॉनिटरिंग स्टेशनों की संख्या 54 थी और ये देखने में आया था कि एक मॉनिटरिंग स्टेशन के जिम्मे एक बड़ा क्षेत्र था. जिस कारण उस पूरे क्षेत्र की मॉनिटरिंग करने में दिक्कत हो रही थी, इसीलिये इस साल मॉनिटरिंग स्टेशनों की संख्या में बढ़ोतरी की गई है ताकि प्रदूषण के स्तर पर बारीकी से नजर रखी जा सके.
अधिकारियों का कहना है कि 23 अक्टूबर के बाद पंजाब हरियाणा में जो पराली चलाई जा रही है, उसका असर दिल्ली-एनसीआर में देखने को मिलेगा. दिल्ली का एयर इंडेक्स अभी 250 और 300 के बीच है, वो अब 300 कते पार जा सकता है.