ETV Bharat / state

अलकायदा से जुड़े तीनों आतंकियों की एटीएस रिमांड मंजूर

एटीएस (ATS) के विशेष जज ने अलकायदा से जुड़े आतंकी शकील, मो. मुईद व मुस्तकीम का 7 दिन के लिए पुलिस रिमांड मंजूर किया है. विशेष जज ने यह आदेश एटीएस के डिप्टी एसपी संजय वर्मा की अर्जी पर दिया है.

अलकायदा से जुड़े तीनों आतंकियों की एटीएस रिमांड मंजूर
अलकायदा से जुड़े तीनों आतंकियों की एटीएस रिमांड मंजूर
author img

By

Published : Jul 16, 2021, 5:20 PM IST

Updated : Jul 16, 2021, 8:06 PM IST

लखनऊः एटीएस (ATS) के विशेष जज योगेंद्र राम गुप्ता ने आतंकी गतिविधियों में लिप्त अभियुक्त शकील, मो. मुईद व मुस्तकीम को सात दिन के लिए एटीएस की कस्टडी मे सौंपने का आदेश दिया है. रिमांड की मांग वाली अर्जी में एटीएस की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र में कहा गया कि उसे आतंकियों द्वारा असलहों को प्राप्त करने के स्त्रोतों का पता लगाना है, साथ ही पहले से गिरफ्तार आतंकियों के साथ इन्हें बैठाकर आमने-सामने की पूछताछ भी करनी है. कोर्ट ने कस्टडी रिमांड की अवधि 16 जुलाई की शाम 6 बजे से शुरू होने की बात कही है. कोर्ट ने यह आदेश इस मामले के विवेचक व एटीएस के डिप्टी एसपी संजय वर्मा की अर्जी को मंजूर करते हुए दिया है.

बता दें कि विगत 15 जुलाई को एटीएस की विशेष अदालत ने तीनों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा था. साथ ही इनकी पुलिस कस्टडी रिमांड की मांग वाली अर्जी पर सुनवाई के लिए 16 जुलाई की तारीख तय की थी. शुक्रवार को इस अर्जी पर सुनवाई के दौरान तीनों अभियुक्त जेल से जरिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मौजूद रहे.

एटीएस की ओर से कोर्ट में दलील दी गई कि अभियुक्तों ने कानपुर, लोधी, गाजियाबाद, चंदौली व मुज्जफरनगर से असलहा व कारतूस खरीदा था. इनसे उन स्थानों का चिन्हीकरण कराना है. मोहम्मद मुईद ने लखनऊ में जिस स्थान पर मिनहाज को पिस्टल व कारतूस उपलब्ध कराया था, उस स्थान का भी चिह्नित कर प्वाइंट आउट मेमो तैयार करना है. एटीएस ने कोर्ट को यह भी बताया कि तीनों अभियुक्तों का पहले से कस्टडी रिमांड में चल रहे अभियुक्त मिनहाज व मुसीरुद्दीन से आमना-सामना कराकर सही तथ्यों की जानकारी हासिल करनी है. साथ ही इनसे बरामद मोबाइल का डाटा विधि विज्ञान प्रयोगशाला से प्राप्त कर उसका विश्लेषण करना व डाटा की रिकवरी भी करनी है. एटीएस ने यह भी दलील दी कि आसन्न आतंकी खतरे के निराकरण के लिए विवेचना से सम्बंधित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर भी पूछताछ करनी है. घटना में शामिल अन्य सदस्यों की जानकारी भी प्राप्त करनी है. इनसे यह भी पता करना है कि क्या आतंकवाद का कोई पैरलर माड्यूल भी काम कर रहा है. एटीएस ने मांग की कि इन सभी बिन्दुओं पर विस्तृत पूछताछ के लिए उसे अभियुक्तों का दस दिन का कस्टडी रिमांड दिया जाए. लेकिन कोर्ट ने तीनों अभियुक्तों को 7 दिन की रिमांड मंजूर की.

इसे भी पढ़ें-यूपी दहलाने की साजिश में हर किरदार की भूमिका थी तय, कश्मीर के संदिग्ध के संपर्क में था मिनहाज

बता दें कि 11 जुलाई को लखनऊ से गिरफ्तार किए गए मिनहाज और मशीरुद्दीन से पूछताछ में मुस्तकीम, मोईद और शकील का नाम सामने आया था. इतना ही नहीं इन तीनों का दिल्ली कनेक्शन भी सामने आया है. बुधवार को चौक इलाके के बुद्धा पार्क के पास से पकड़े गए शकील नामक युवक की इन दोनों आतंकियों को असलहा उपलब्ध कराने में अहम भूमिका रही है. एटीएस की एक टीम उसके मोबाइल की डिटेल खंगाल रही है. एटीएस के अधिकारियों के मुताबिक, शकील अलकायदा का यूपी कमांडर है.

लखनऊः एटीएस (ATS) के विशेष जज योगेंद्र राम गुप्ता ने आतंकी गतिविधियों में लिप्त अभियुक्त शकील, मो. मुईद व मुस्तकीम को सात दिन के लिए एटीएस की कस्टडी मे सौंपने का आदेश दिया है. रिमांड की मांग वाली अर्जी में एटीएस की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र में कहा गया कि उसे आतंकियों द्वारा असलहों को प्राप्त करने के स्त्रोतों का पता लगाना है, साथ ही पहले से गिरफ्तार आतंकियों के साथ इन्हें बैठाकर आमने-सामने की पूछताछ भी करनी है. कोर्ट ने कस्टडी रिमांड की अवधि 16 जुलाई की शाम 6 बजे से शुरू होने की बात कही है. कोर्ट ने यह आदेश इस मामले के विवेचक व एटीएस के डिप्टी एसपी संजय वर्मा की अर्जी को मंजूर करते हुए दिया है.

बता दें कि विगत 15 जुलाई को एटीएस की विशेष अदालत ने तीनों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा था. साथ ही इनकी पुलिस कस्टडी रिमांड की मांग वाली अर्जी पर सुनवाई के लिए 16 जुलाई की तारीख तय की थी. शुक्रवार को इस अर्जी पर सुनवाई के दौरान तीनों अभियुक्त जेल से जरिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मौजूद रहे.

एटीएस की ओर से कोर्ट में दलील दी गई कि अभियुक्तों ने कानपुर, लोधी, गाजियाबाद, चंदौली व मुज्जफरनगर से असलहा व कारतूस खरीदा था. इनसे उन स्थानों का चिन्हीकरण कराना है. मोहम्मद मुईद ने लखनऊ में जिस स्थान पर मिनहाज को पिस्टल व कारतूस उपलब्ध कराया था, उस स्थान का भी चिह्नित कर प्वाइंट आउट मेमो तैयार करना है. एटीएस ने कोर्ट को यह भी बताया कि तीनों अभियुक्तों का पहले से कस्टडी रिमांड में चल रहे अभियुक्त मिनहाज व मुसीरुद्दीन से आमना-सामना कराकर सही तथ्यों की जानकारी हासिल करनी है. साथ ही इनसे बरामद मोबाइल का डाटा विधि विज्ञान प्रयोगशाला से प्राप्त कर उसका विश्लेषण करना व डाटा की रिकवरी भी करनी है. एटीएस ने यह भी दलील दी कि आसन्न आतंकी खतरे के निराकरण के लिए विवेचना से सम्बंधित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर भी पूछताछ करनी है. घटना में शामिल अन्य सदस्यों की जानकारी भी प्राप्त करनी है. इनसे यह भी पता करना है कि क्या आतंकवाद का कोई पैरलर माड्यूल भी काम कर रहा है. एटीएस ने मांग की कि इन सभी बिन्दुओं पर विस्तृत पूछताछ के लिए उसे अभियुक्तों का दस दिन का कस्टडी रिमांड दिया जाए. लेकिन कोर्ट ने तीनों अभियुक्तों को 7 दिन की रिमांड मंजूर की.

इसे भी पढ़ें-यूपी दहलाने की साजिश में हर किरदार की भूमिका थी तय, कश्मीर के संदिग्ध के संपर्क में था मिनहाज

बता दें कि 11 जुलाई को लखनऊ से गिरफ्तार किए गए मिनहाज और मशीरुद्दीन से पूछताछ में मुस्तकीम, मोईद और शकील का नाम सामने आया था. इतना ही नहीं इन तीनों का दिल्ली कनेक्शन भी सामने आया है. बुधवार को चौक इलाके के बुद्धा पार्क के पास से पकड़े गए शकील नामक युवक की इन दोनों आतंकियों को असलहा उपलब्ध कराने में अहम भूमिका रही है. एटीएस की एक टीम उसके मोबाइल की डिटेल खंगाल रही है. एटीएस के अधिकारियों के मुताबिक, शकील अलकायदा का यूपी कमांडर है.

Last Updated : Jul 16, 2021, 8:06 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.