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प्राविधिक विश्वविद्यालय में इस बार केवल गवर्नमेंट कॉलेजों की सीटों के लिए ही होगी काउंसिलिंग - Technical University

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए बीटेक, बीआर्क, एमबीए, एमसीए व होटल मैनेजमेंट सहित कई विषयों में प्रवेश के लिए 15 सिंतबर से कॉउंसिलिंग शुरू होगी. फिलहाल काउंसिलिंग केवल गवर्नमेंट कॉलेजों की सीट के लिए ही होगी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 11, 2023, 10:54 PM IST

लखनऊ : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए विभिन्न विषयों जैसे बीटेक, बीआर्क, एमबीए, एमसीए व होटल मैनेजमेंट सहित विषयों में प्रवेश के लिए 15 सिंतबर से कॉउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है. इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से प्रस्तावित काउंसिलिंग प्रक्रिया का शेड्यूल भी जारी कर दिया गया है. मगर विश्वविद्यालय के ओर से प्रवेश प्रक्रिया में विलंब का नतीजा अब उसको अपने प्रवेश प्रक्रिया की काउंसिलिंग पर देखने को मिल रहा है.

प्राविधिक विश्वविद्यालय में काउंसिलिंग.
प्राविधिक विश्वविद्यालय में काउंसिलिंग.

प्राविधिक विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले तो प्रवेश के लिए आवेदन की प्रक्रिया विलंब से शुरू किया. तो वहीं दूसरी ओर संबद्धता की प्रक्रिया समय से पूरा न होने के कारण काउंसिलिंग की प्रक्रिया अगस्त से टलते-टलते सितंबर तक आ गई. पर इसका काम में आज अब विश्वविद्यालय प्रशासन को अपने बीटेक विषय के सीटों को भरने में उठाना पड़ सकता है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने 14 अगस्त तक बीटेक सहित विभिन्न विषयों में प्रवेश के लिए आवेदन स्वीकार किए थे. विश्वविद्यालय में जो आवेदन आए हैं उसकी बात करें तो वह निर्धारित सीटों की संख्या के एक चौथाई के बराबर ही हैं. विश्वविद्यालय को इस बार बीटेक में प्रवेश लेने के लिए 33, 800 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है. इसके अलावा सीयूईटी के माध्यम से यूजी कोर्स में प्रवेश लेने के लिए करीब 10 हजार छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया है. इसमें एमबीए, एमसीए के लिए चार हजार अन्य यूजी पाठ्यक्रम के लिए छह हजार पंजीकरण हुए है. बीआर्क में 275 ने पंजीकरण कराया है. जबकि विश्वविद्यालय में बीटेक की कुल 1 लाख 35 हजार से अधिक सीट है.

प्राविधिक विश्वविद्यालय में काउंसिलिंग.
प्राविधिक विश्वविद्यालय में काउंसिलिंग.


प्राइवेट संस्थानों को डायरेक्ट एडमिशन के माध्यम से ही सीट भरना होगा

प्राविधिक विश्वविद्यालय से मौजूदा समय में पूरे प्रदेश में करीब 770 इंजीनियरिंग संस्थान मान्यता प्राप्त है. इन सभी इंजीनियरिंग संस्थानों में करीब 135000 से अधिक बैचलर आफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) की सीटे हैं. इन सीटो प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को कुल 33 हजार 800 आवेदन प्राप्त है. इस तरह से देखा जाए तो विश्वविद्यालय के करीब 97 हजार बीटेक की सीटे खाली रहेगी. जिन्हें सभी संस्थाओं को डायरेक्ट एडमिशन के माध्यम से भरना होगा. जो 6 चरण की काउंसिलिंग की प्रक्रिया विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित होगा, उनसे केवल विश्वविद्यालय के सम्बद्ध 2 दर्ज़न से गवर्नमेंट कॉलेज के ही सीटों पर प्रवेश हो पाएगा. ज्ञात होगी विश्वविद्यालय के गवर्नर प्राविधिक कॉलेज में कुल 30000 के करीब बीटेक की सीटे हैं. वहीं एमबीए व एमसीए विषयों की सीटो की तुलना में कम आवेंदन आये है. एमबीए, एमसीए के लिए चार हजार पंजीकरण हुए है.

प्राविधिक विश्वविद्यालय के प्रवक्ता के अनुसार डॉ. पवन त्रिपाठी इस बार 14 अगस्त तक आवेदन लिए गए थे. जितने भी आवेदन प्राप्त हुए हैं उसी के अनुसार काउंसिलिंग आयोजित होगा. शेष जो सेट खाली बचेंगी उन्हें भरने के लिए कॉलेज को डायरेक्ट एडमिशन की अनुमति प्रदान कर दी जाएगी. डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि कुलपति प्रो. जेपी पांडेय की अध्यक्षता में कार्यपरिषद की बैठक हुई. इस बैठक में संबद्धता को लेकर सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद शासन से जिन संस्थानों की संबद्धता के लिए अनुमति मिली है. उन्हें संबद्धता देने को मंजूरी दी गयी. वहीं, एआईसीटीई के प्रावधान के तहत ईडब्ल्यूएस के तहत 25 फीसदी सीटें बढ़ाने के प्रस्ताव पर भी सहमति दी गयी.


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प्राविधिक विश्वविद्यालय में काउंसिलिंग.
प्राविधिक विश्वविद्यालय में काउंसिलिंग.

प्राविधिक विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले तो प्रवेश के लिए आवेदन की प्रक्रिया विलंब से शुरू किया. तो वहीं दूसरी ओर संबद्धता की प्रक्रिया समय से पूरा न होने के कारण काउंसिलिंग की प्रक्रिया अगस्त से टलते-टलते सितंबर तक आ गई. पर इसका काम में आज अब विश्वविद्यालय प्रशासन को अपने बीटेक विषय के सीटों को भरने में उठाना पड़ सकता है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने 14 अगस्त तक बीटेक सहित विभिन्न विषयों में प्रवेश के लिए आवेदन स्वीकार किए थे. विश्वविद्यालय में जो आवेदन आए हैं उसकी बात करें तो वह निर्धारित सीटों की संख्या के एक चौथाई के बराबर ही हैं. विश्वविद्यालय को इस बार बीटेक में प्रवेश लेने के लिए 33, 800 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है. इसके अलावा सीयूईटी के माध्यम से यूजी कोर्स में प्रवेश लेने के लिए करीब 10 हजार छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया है. इसमें एमबीए, एमसीए के लिए चार हजार अन्य यूजी पाठ्यक्रम के लिए छह हजार पंजीकरण हुए है. बीआर्क में 275 ने पंजीकरण कराया है. जबकि विश्वविद्यालय में बीटेक की कुल 1 लाख 35 हजार से अधिक सीट है.

प्राविधिक विश्वविद्यालय में काउंसिलिंग.
प्राविधिक विश्वविद्यालय में काउंसिलिंग.


प्राइवेट संस्थानों को डायरेक्ट एडमिशन के माध्यम से ही सीट भरना होगा

प्राविधिक विश्वविद्यालय से मौजूदा समय में पूरे प्रदेश में करीब 770 इंजीनियरिंग संस्थान मान्यता प्राप्त है. इन सभी इंजीनियरिंग संस्थानों में करीब 135000 से अधिक बैचलर आफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) की सीटे हैं. इन सीटो प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को कुल 33 हजार 800 आवेदन प्राप्त है. इस तरह से देखा जाए तो विश्वविद्यालय के करीब 97 हजार बीटेक की सीटे खाली रहेगी. जिन्हें सभी संस्थाओं को डायरेक्ट एडमिशन के माध्यम से भरना होगा. जो 6 चरण की काउंसिलिंग की प्रक्रिया विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित होगा, उनसे केवल विश्वविद्यालय के सम्बद्ध 2 दर्ज़न से गवर्नमेंट कॉलेज के ही सीटों पर प्रवेश हो पाएगा. ज्ञात होगी विश्वविद्यालय के गवर्नर प्राविधिक कॉलेज में कुल 30000 के करीब बीटेक की सीटे हैं. वहीं एमबीए व एमसीए विषयों की सीटो की तुलना में कम आवेंदन आये है. एमबीए, एमसीए के लिए चार हजार पंजीकरण हुए है.

प्राविधिक विश्वविद्यालय के प्रवक्ता के अनुसार डॉ. पवन त्रिपाठी इस बार 14 अगस्त तक आवेदन लिए गए थे. जितने भी आवेदन प्राप्त हुए हैं उसी के अनुसार काउंसिलिंग आयोजित होगा. शेष जो सेट खाली बचेंगी उन्हें भरने के लिए कॉलेज को डायरेक्ट एडमिशन की अनुमति प्रदान कर दी जाएगी. डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि कुलपति प्रो. जेपी पांडेय की अध्यक्षता में कार्यपरिषद की बैठक हुई. इस बैठक में संबद्धता को लेकर सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद शासन से जिन संस्थानों की संबद्धता के लिए अनुमति मिली है. उन्हें संबद्धता देने को मंजूरी दी गयी. वहीं, एआईसीटीई के प्रावधान के तहत ईडब्ल्यूएस के तहत 25 फीसदी सीटें बढ़ाने के प्रस्ताव पर भी सहमति दी गयी.


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