लखनऊ: कोरोना महामारी के चलते इस बार सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया था, जिसके चलते निजी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन चल रही है, लेकिन परिषदीय स्कूल के बच्चों की पढ़ाई का रास्ता कोरोना और आर्थिक तंगी दोनों के ही कारण रुका हुआ है. फिर भी विभागीय अधिकारियों और शिक्षकों के प्रयास से बच्चों में पढ़ने की आदत बरकरार रहे, इस दिशा में हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
शिक्षक बच्चों के लिए असाइनमेंट बनाकर उनके अभिभावकों के वाट्सएप पर भेज रहे हैं. उधर असाइनमेंट पूरा करने के बाद अभिभावक उसे विद्यालय में लाकर शिक्षक के पास जमा कर रहे. प्रक्रिया कठिन जरूर है, लेकिन बच्चों ने भी कोरोना वायरस में बदलने की ठान ली है.
कोरोना संक्रमण काल के दौरान परिषदीय विद्यालयों में जैसे-तैसे पढ़ाई कराई जा रही है, लेकिन अब छमाही परीक्षाओं का भी वक्त आ गया है. ऐसे में कोरोना वायरस के कारण जब बच्चे अभी घर से ही पढ़ाई कर रहे हैं तो ऐसे में परीक्षाएं भी उन्हें घर से ही देनी पड़ सकती हैं. बेसिक शिक्षा विभाग ने छमाही परीक्षाओं को लेकर तैयारी शुरू कर दी है.
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल तो सरकार के दिशा-निर्देशों का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन ठंड में संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्कूल अभी बंद रहने के ही अनुमान है. ऐसे में राजधानी लखनऊ स्थित और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के करीब 1 लाख 90 हजार से अधिक बच्चों को होम एग्जाम की ही प्रक्रिया से गुजरना होगा.
बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि छमाही परीक्षा को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. सरकार की ओर से जैसा निर्देश होगा, वैसा किया जाएगा. एग्जाम के लिए भी तैयारी पूरी है.