ETV Bharat / state

प्रदेश सरकार भ्रष्टाचारियों पर कसेगी शिकंजा, नहरों की सफाई के नाम पर लाखों रुपयों की धांधली का मामला

लखनऊ में उत्तर प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार करने वालों पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है. सरकार सिंचाई विभाग के स्तर पर होने वाली नहरों की सफाई की जांच कराएगी. उसके लिए एक हाई लेवल मॉनिटरिंग कमेटी गठित की जाएगी.

प्रदेश सरकार भ्रष्टाचारियों पर कसेगी शिकंजा
प्रदेश सरकार भ्रष्टाचारियों पर कसेगी शिकंजा
author img

By

Published : May 3, 2022, 3:11 PM IST

लखनऊ : प्रदेश में योगी सरकार नहरों की सफाई के नाम पर भ्रष्टाचारियों पर शिकंजा कसेगी. इसके लिए सरकार ने मास्टर प्लान तैयार कर लिया है. प्रतिवर्ष नहरों की सफाई के नाम पर लाखों रुपयों की धांधली की जाती. नहरों की सफाई सिर्फ कागजी तौर पर तो होती है. वास्तव में सफाई के नाम पर धड़ल्ले से भ्रष्टाचार किया जा रहा है.

उत्तर प्रदेश सरकार ने भष्टाचार करने वाले पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है. सरकार सिंचाई विभाग के स्तर पर होने वाली नहरों की सफाई की जांच कराएगी. उसके लिए एक हाई लेवल मॉनिटरिंग कमेटी गठित की जाएगी. कमेटी में शासन और मंडल स्तर के अधिकारी शामिल रहेंगे. वहीं, जिस क्षेत्र की नहर की सफाई का काम किया जाएगा, उसका पूरा फीडबैक देने के लिए स्थानीय लोग भी वहां मौजूद रहेंगे.

यह भी पढ़ें: बड़ा हादसा: बोलेरो ऑटो की भिड़ंत, 8 श्रद्धालुओं की मौत, दर्शन को जा रहे थे भक्त

इन स्थानीय लोगों में जनप्रतिनिधियों के साथ शिक्षक, वकील और अन्य बुद्धजीवी रहेंगे. इस तरह से यह जानने में आसानी होगी कि उनके क्षेत्र में जो नहर की सफाई संबंधित कार्य हुए वह कितने अच्छे ढंग से किए गए या उनमें कोई खामी रही. इसके फीडबैक और शासन द्वारा बनाई जाने वाली मॉनिटरिंग कमेटी रिपोर्ट के बाद ही संबंधित ठेकेदार के भुगतान की प्रक्रिया भी सुनिश्चित की जाएगी. बड़ी नहरों के साथ ही जिलों की नहरों की सफाई में यह मानीटरिंग कमेटी काम करेगी. सरकार ने इस क्षेत्र पर भी पूरी तरह पारदर्शिता लाने की योजना तैयार की है.

सिंचाई विभाग के अपर मुख्य सचिव टी. वेंकटेश ने बताया कि उच्च स्तर पर मिले निर्देश के बाद नहरों की सफाई की ठीक से जांच होगी. उसके बाद मॉनीटरिंग कमेटी बनाकर पूरा फीडबैक भी लिया जाएगा. इसके माध्यम से नहरों की सफाई की जांच कराने के बाद ही संबंधित ठेकेदार को भुगतना किया जाएगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ : प्रदेश में योगी सरकार नहरों की सफाई के नाम पर भ्रष्टाचारियों पर शिकंजा कसेगी. इसके लिए सरकार ने मास्टर प्लान तैयार कर लिया है. प्रतिवर्ष नहरों की सफाई के नाम पर लाखों रुपयों की धांधली की जाती. नहरों की सफाई सिर्फ कागजी तौर पर तो होती है. वास्तव में सफाई के नाम पर धड़ल्ले से भ्रष्टाचार किया जा रहा है.

उत्तर प्रदेश सरकार ने भष्टाचार करने वाले पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है. सरकार सिंचाई विभाग के स्तर पर होने वाली नहरों की सफाई की जांच कराएगी. उसके लिए एक हाई लेवल मॉनिटरिंग कमेटी गठित की जाएगी. कमेटी में शासन और मंडल स्तर के अधिकारी शामिल रहेंगे. वहीं, जिस क्षेत्र की नहर की सफाई का काम किया जाएगा, उसका पूरा फीडबैक देने के लिए स्थानीय लोग भी वहां मौजूद रहेंगे.

यह भी पढ़ें: बड़ा हादसा: बोलेरो ऑटो की भिड़ंत, 8 श्रद्धालुओं की मौत, दर्शन को जा रहे थे भक्त

इन स्थानीय लोगों में जनप्रतिनिधियों के साथ शिक्षक, वकील और अन्य बुद्धजीवी रहेंगे. इस तरह से यह जानने में आसानी होगी कि उनके क्षेत्र में जो नहर की सफाई संबंधित कार्य हुए वह कितने अच्छे ढंग से किए गए या उनमें कोई खामी रही. इसके फीडबैक और शासन द्वारा बनाई जाने वाली मॉनिटरिंग कमेटी रिपोर्ट के बाद ही संबंधित ठेकेदार के भुगतान की प्रक्रिया भी सुनिश्चित की जाएगी. बड़ी नहरों के साथ ही जिलों की नहरों की सफाई में यह मानीटरिंग कमेटी काम करेगी. सरकार ने इस क्षेत्र पर भी पूरी तरह पारदर्शिता लाने की योजना तैयार की है.

सिंचाई विभाग के अपर मुख्य सचिव टी. वेंकटेश ने बताया कि उच्च स्तर पर मिले निर्देश के बाद नहरों की सफाई की ठीक से जांच होगी. उसके बाद मॉनीटरिंग कमेटी बनाकर पूरा फीडबैक भी लिया जाएगा. इसके माध्यम से नहरों की सफाई की जांच कराने के बाद ही संबंधित ठेकेदार को भुगतना किया जाएगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.