लखनऊः किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के वृद्धावस्था मानसिक चिकित्सालय में कोविड-19 के लिए स्क्रीनिंग एरिया बनाया गया है. ट्रॉमा सेंटर में आने वाले हर रोगी को पहले यहीं पर देखा जाता है. यहां पर गोंडा से आए 32 वर्षीय युवक को स्क्रीनिंग के बाद कोरोना के संक्रमण का संदिग्ध मानते हुए ट्राइएज एरिया में भेजा गया. वह गलती से ट्रॉमा सेंटर की सर्जरी विभाग में चला गया.
गलती से सर्जरी विभाग में पहुंचा मरीज
केजीएमयू के मीडिया प्रवक्ता ने बताया कि मरीज गलती से ट्रॉमा सेंटर में पीछे के रास्ते से पहली मंजिल पर बने सर्जरी विभाग में पहुंच गया. वहां से व्यक्ति को ट्राइएज में ले जाया गया. हालांकि तब तक ट्रॉमा सेंटर में रोगी का बीपी लिया गया. उस समय ट्रामा सेंटर के एक रेजिडेंट वार्डबॉय कर्मचारी और सिक्योरिटी गार्ड रोगी के संपर्क में आ गए.
संपर्क में आए लोगों को किया गया क्वारंटाइन
देर शाम व्यक्ति की रिपोर्ट कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने पर व्यक्ति को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. इसके अलावा ट्रामा सेंटर की इमरजेंसी को कुछ समय के लिए बंद करना पड़ा. उसके सीधे संपर्क में आए इन सभी व्यक्तियों को क्वारंटाइन किया गया है और सर्जरी विभाग को सैनिटाइज किया गया. वहीं इस तरह ट्रामा सेंटर में किसी मरीज के यूं ही सर्जरी विभाग में पहुंच जाने पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.