लखनऊ: कोरोना वायरस के संक्रमण से आम लोगों के साथ ही साथ अब नौकरशाह और मातहत भी इसकी चपेट में आते जा रहे हैं. संक्रमण काल में 17 से भी अधिक मंत्रियों और नेताओं में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है. इनमें से कुछ मंत्री होम आइसोलेशन में ही रहे, जबकि कुछ गंभीर अवस्था में जाने पर अस्पताल भी पहुंचे. इन में से दो मंत्रियों की मृत्यु भी हो चुकी है.
'बीमारी कभी किसी का रुतबा देख कर नहीं आती', यह कहावत कोरोना के संक्रमण काल में भी चरितार्थ हो रही है. कोरोना वायरस की जद में अब आम के साथ खास व्यक्ति भी आते जा रहे हैं. संक्रमण काल में अब तक 17 मंत्रियों और नेताओं में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है. इनमें से ज्यादातर मंत्री होम आइसोलेशन में रहकर खुद को स्वस्थ कर चुके हैं, जबकि कुछ की तबीयत बिगड़ने और संक्रमण के गंभीर होने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाना भी पड़ा.
इन मंत्रियों में से उत्तर प्रदेश की प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमला रानी वरुण की कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण की वजह से मृत्यु हो चुकी है. इसके अलावा प्रदेश के होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान भी संक्रमण की पुष्टि होने के बाद लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में भर्ती करवाए गए थे. यहां पर हालत गंभीर होने के बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था. जहां पर वह संक्रमण के चलते अपनी जान गंवा बैठे.
इसके अलावा अब तक उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, मोहसिन रजा, बृजेश पाठक, धर्म सिंह सैनी, चौधरी राजेंद्र सिंह मोती सिंह, सतीश महाना, खेल और युवा कल्याण राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री चौधरी उदय भान सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी आदि शामिल है. इनके अलावा सपा एमएलसी आनंद भदौरिया, विधायक सुनील सिंह साजन, सांसद कौशल किशोर, नोएडा एमएलए पंकज सिंह आदि भी शामिल हैं.
इन सभी मंत्रियों में से ज्यादातर लोगों ने खुद को होम आइशोलेट किया. लेकिन इनमें से कुछ की स्थिति गंभीर होने के बाद उन्हें अस्पताल भेजना पड़ा था. इनमें कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक, सपा विधायक सुनील सिंह साजन, कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान, सांसद कौशल किशोर को अपोलो अस्पताल, मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह, मोती सिंह को एसजीपीजीआई के कोविड-19 अस्पतालों में भर्ती करना पड़ा था.
इन सभी विधायकों और मंत्रियों ने कोरोना वायरस के संक्रमण होने के बाद खुद के संक्रमित होने की जानकारी ट्विटर पर ट्वीट करके दी थी. साथ ही सभी ने अपील की कि उनके संपर्क में आए हुए सभी व्यक्ति क्वारंटाइन होकर अपने कोरोना वायरस की जांच करवा लें.