लखनऊ : उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में कोरोना का कोई नया मरीज नहीं मिला है. इससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है. वहीं नया मरीज न मिलने से एक्टिव केस की संख्या घटकर 10 रह गई है. शुक्रवार की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के नौ जिलों में कोरोना संक्रमण के मरीज ही रह गए हैं. शुक्रवार को कुल 37 हजार 549 सैंपल की जांच हुई. एक दिन पहले गुरुवार सुबह आई रिपोर्ट में राज्य में महज एक पॉजिटिव मरीज पाया गया था. फिलहाल प्रदेशभर में सिर्फ एक ही कोरोना संक्रमित अस्पताल में भर्ती है, बाकी सभी होम आइसोलेशन में हैं.
यहां मिले पॉजिटिव मरीज : अलीगढ़ में 2,232 सैंपल की जांच की गई. हमीरपुर में 2,131 सैंपल, पीलीभीत में 1,510, जौनपुर में 1,200, इटावा में 866, शामली में 865, रामपुर में 828 सैंपल जांचे गए. हालांकि सभी जगह कोई भी सैंपल जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव नही आया. प्रदेश के इन जिलों में कोरोना के सबसे ज्यादा एक्टिव केस यूपी में फिलहाल सबसे ज्यादा मामले गौतमबुद्ध नगर में हैं. यहां दो सक्रिय मरीज हैं. वहीं अमरोहा, आजमगढ़, बिजनौर, गोंडा, जालौन, मिर्जापुर, रायबरेली और संभल में एक-एक एक्टिव केस हैं. कुल नौ जिलों में कोरोना संक्रमित हैं.
सात घायल को अस्पताल से मिली छुट्टी : अपार्टमेंट हादसे के सिविल अस्पताल में भर्ती सात घायलों को गुरुवार व शुक्रवार को छुट्टी देकर घर भेज दिया गया. अब सिर्फ एक महिला घायल इमरजेंसी में भर्ती है. जिसकी हालत खतरे से बाहर है. प्रशासन ने अलाया अपार्टमेंट के मलबे से रेस्क्यू से निकाले गए 11 घायलों को सिविल अस्पताल भेजा गया था. इनमें से सास और बहू के अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया था. जबकि अन्य दो घायलों को केजीएमयू के ट्रामा में भर्ती कराया गया था. सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि घायलों में सुधार होने पर परिजनों की सहमति पर इन्हें छुट्टी दे दी गई. अब एक घायल बालू अड्डा निवासी महिला शाहजहां इमरजेंसी में भर्ती है. जिसका इलाज चल रहा है. महिला की सेहत में सुधार है. यह महिला शाहजहां घटना वाले दिन अपार्टमेंट के 404 नंबर फ्लैट में मेड थी. हादसे के समय वह चाय बना रही थी. 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम ने मौत के मुंह से महिला को बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की थी.
Corona Infection in UP : यूपी में कोविड का कोई नया केस नहीं, एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर सिर्फ 10 बची - No new corona patient
यूपी में कोरोना संक्रमण (Corona Infection in UP) की रफ्तार पर ब्रेक लगाने में स्वास्थ्य विभाग ने सफलता हासिल कर ली है. उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में कोई नया मरीज सामने नहीं आया है. वहीं एक्टिव केसों की संख्या भी घटकर सिर्फ 10 ही बची है.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में कोरोना का कोई नया मरीज नहीं मिला है. इससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है. वहीं नया मरीज न मिलने से एक्टिव केस की संख्या घटकर 10 रह गई है. शुक्रवार की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के नौ जिलों में कोरोना संक्रमण के मरीज ही रह गए हैं. शुक्रवार को कुल 37 हजार 549 सैंपल की जांच हुई. एक दिन पहले गुरुवार सुबह आई रिपोर्ट में राज्य में महज एक पॉजिटिव मरीज पाया गया था. फिलहाल प्रदेशभर में सिर्फ एक ही कोरोना संक्रमित अस्पताल में भर्ती है, बाकी सभी होम आइसोलेशन में हैं.
यहां मिले पॉजिटिव मरीज : अलीगढ़ में 2,232 सैंपल की जांच की गई. हमीरपुर में 2,131 सैंपल, पीलीभीत में 1,510, जौनपुर में 1,200, इटावा में 866, शामली में 865, रामपुर में 828 सैंपल जांचे गए. हालांकि सभी जगह कोई भी सैंपल जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव नही आया. प्रदेश के इन जिलों में कोरोना के सबसे ज्यादा एक्टिव केस यूपी में फिलहाल सबसे ज्यादा मामले गौतमबुद्ध नगर में हैं. यहां दो सक्रिय मरीज हैं. वहीं अमरोहा, आजमगढ़, बिजनौर, गोंडा, जालौन, मिर्जापुर, रायबरेली और संभल में एक-एक एक्टिव केस हैं. कुल नौ जिलों में कोरोना संक्रमित हैं.
सात घायल को अस्पताल से मिली छुट्टी : अपार्टमेंट हादसे के सिविल अस्पताल में भर्ती सात घायलों को गुरुवार व शुक्रवार को छुट्टी देकर घर भेज दिया गया. अब सिर्फ एक महिला घायल इमरजेंसी में भर्ती है. जिसकी हालत खतरे से बाहर है. प्रशासन ने अलाया अपार्टमेंट के मलबे से रेस्क्यू से निकाले गए 11 घायलों को सिविल अस्पताल भेजा गया था. इनमें से सास और बहू के अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया था. जबकि अन्य दो घायलों को केजीएमयू के ट्रामा में भर्ती कराया गया था. सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि घायलों में सुधार होने पर परिजनों की सहमति पर इन्हें छुट्टी दे दी गई. अब एक घायल बालू अड्डा निवासी महिला शाहजहां इमरजेंसी में भर्ती है. जिसका इलाज चल रहा है. महिला की सेहत में सुधार है. यह महिला शाहजहां घटना वाले दिन अपार्टमेंट के 404 नंबर फ्लैट में मेड थी. हादसे के समय वह चाय बना रही थी. 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम ने मौत के मुंह से महिला को बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की थी.