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Corona effect: दशहरी आम को नहीं मिल रहे खरीदार, बागवान निराश - corona lockdown

राजधानी लखनऊ का मशहूर दशहरी आम भी कोरोना वायरस के चपेट से नहीं बच सका है. कोरोना लॉकडाउन (corona lockdown) के बीच दिल्ली की फल मंडी में पहुंचे दशहरी आम की बिक्री पर जमकर कोरोना इफेक्ट (Corona effect) देखा जा रहा है. आलम है कि लोग संक्रमण के दहशत से आम खरीदने से बच रहे हैं.

दशहरी आम के नहीं मिल रहे खरीदार
दशहरी आम के नहीं मिल रहे खरीदार
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Published : May 27, 2021, 9:59 AM IST

लखनऊः देश भर में तबाही मचा रहा कोरोना वायरस (coronavirus) का इफेक्ट मलीहाबाद के दशहरी आम पर भी पड़ा है. अमूमन देश-विदेश तक सप्लाई होने वाले इस मशहूर दशहरी आम के खरीदार ही नहीं मिल रहे हैं. इसकी बड़ी वजह कोरोना संक्रमण के चलते लागू लॉकडाउन है. आम किसी तरह दिल्ली की फल मंडियों में तो पहुंच गया, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते लोग इसे खरीदने से बच रहे हैं. लिहाजा व्यापारियों को आम औने-पौने दाम पर बेचना पड़ रहा है.

मलिहाबाद का नाम आते ही हर किसी के जहन में अपने स्वाद को लेकर पहचान बनाने वाली मलिहाबादी दशहरी आम की याद ताजा हो जाती है. लेकिन आम के शुरुआती दौर में ही कोरोना महामारी ने आम बागवानों की चिंताएं बढ़ा दी है. फलपट्टी क्षेत्र में दशहरी आम की टूट शुरू होकर राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में पहुंचने भी लगी है, लेकिन कोरोना लॉकडाउन ने शुरुआती दौर में ही दशहरी की मिठास फीकी कर दी है. मलिहाबाद से आम टूटकर दिल्ली की मंडियों में पहुंचा तो वहां पर दशहरी आम की बिक्री पर कोरोना इफेक्ट देखने को मिला. कोरोना वायरस के चलते आम के खरीदार ही नहीं मिले.

दशहरी आम के नहीं मिल रहे खरीदार
दशहरी आम के नहीं मिल रहे खरीदार

पढ़ें-दशहरी आम के प्रजाति का पहला पेड़ आज भी है जीवित... पढ़ें पूरी कहानी

दिल्ली मंडी में दशहरी आम को नहीं मिले खरीदार

बीते दिनों मलिहाबाद से टूटकर दिल्ली गए आम को फल मंडी में खरीदने के लिए खरीदार नहीं मिले, जिससे मलिहाबाद के बागवानों ने आम की टूट पर रोक लगा दी. बगवान शेख ने बताया कि इस बार आम की फसल कमजोर हुई थी, जिससे आम मंडी में अच्छे दामो में बिकने की उम्मीद थी. लेकिन कोरोना के चलते दिल्ली की मंडियों में आम के खरीदार नहीं है. लिहाजा आम को सस्ते दामों में बेचा गया है.

लॉकडाउन में छूट नहीं मिली तो आने वाले दिनों में होंगी समस्याए

आम के थोक व्यापारी मुशर्रफ अली ने जानकरी दी कि अगर सरकार कोरोना लॉकडाउन (corona lockdown) में ढील नहीं देती है तो आने वाले दिनों में आम की बिक्री पर गहरा असर देखने को मिल सकता है. लॉकडाउन के कारण खरीदार आम खरीदने से परहेज कर रहे हैं. अभी आम की शुरुआत हुई है, उम्मीद है जैसे-जैसे समय बीतेगा आम के खरीदार भी बढ़ने लगेंगे.

आम के उचित दाम न मिले तो कर्ज तले दब जाएंगे आम बागवान

मलिहाबाद के आम बागवान प्रमोद कुमार, इशाक अहमद, पंकज, तसव्वर व दर्जनों बागवानों ने बताया कि पिछले साल कोरोना लॉकडाउन के चलते हम बागवानों की लागत भी निकलना मुश्किल हो गया था. ज्यादतर लोग कर्जे में डूब गए थे और इस साल की फसल के सहारे ये आस लगाए बैठे थे कि इस साल आम के दाम के उचित मूल्य मिल जाएंगे, तो हम लोगों के कर्ज दूर हो जाएगा. अब जिस तरह से शुरुआती दौर में ही आम के खरीदार नहीं मिल रहे हैं ऐसे तो हम लोग बर्बादी की कगार पर आ जायेंगे.

पढ़ें- कोरोना ने किया ऐसा क्लेश, दशहरी के सफर पर लगा 'ब्रेक'

पहले दिन की मंडी में मिले थे सही दाम

आढ़ती ने बताया कि 22 मई को मलिहाबाद से दिल्ली के लिए आम की पहली खेप गई थी. कम आम जाने से खरीदारों ने सही दामों में उसको खरीदा. पहली मंडी में दशहरी आम का दाम (dasheri mango price) 6 किलो का डिब्बा 150-250 और आम का 14 किलो का डिब्बा 300-500 के बीच बिका था. जिसके बागवानों ने अपनी टूट बढ़ा दी जब दूसरी गाड़ी मण्डी गई तो वहां आम के खरीदार ही नहीं मिले और मजबूरन आम को अगले दिन बेचने के लिए रोकना पड़ा.

आने वाले दिनों में कुछ भी कहना मुश्किल

आजादपुर फल मंडी के आम के थोक आढ़ती रौशन लाल ने बताया कि कोरोना लॉकडाउन के चलते खरीदार नहीं मिल रहे हैं. लोगों में कोरोना को लेकर दहशत बनी हुई है. लोग आम खरीदने को लेकर मंडियों में नहीं आ रहे हैं, ठेले नहीं लग पा रहे हैं. लोग आम खरीदारी को लेकर डायरेक्ट मंडी नहीं आते वह ठेलों पर आम खरीदते है जब तक लॉकडाउन में ढील नहीं होगी तब तक आम खरीदार कम आएंगे, जिससे आम का उचित मूल्य नहीं मिल पायेगा.

मलिहाबाद से दिल्ली की मंडियों में टूटकर गए दशहरी आम को खरीदार न मिलने से आम बागवानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं. वहीं आम के थोड़ आढ़ती ने बताया कि कोरोना लॉकडाउन के चलते खरीदार मंडियों में नहीं आ रहे हैं जिस कारण आम की बिक्री पर असर हो रहा है.

लखनऊः देश भर में तबाही मचा रहा कोरोना वायरस (coronavirus) का इफेक्ट मलीहाबाद के दशहरी आम पर भी पड़ा है. अमूमन देश-विदेश तक सप्लाई होने वाले इस मशहूर दशहरी आम के खरीदार ही नहीं मिल रहे हैं. इसकी बड़ी वजह कोरोना संक्रमण के चलते लागू लॉकडाउन है. आम किसी तरह दिल्ली की फल मंडियों में तो पहुंच गया, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते लोग इसे खरीदने से बच रहे हैं. लिहाजा व्यापारियों को आम औने-पौने दाम पर बेचना पड़ रहा है.

मलिहाबाद का नाम आते ही हर किसी के जहन में अपने स्वाद को लेकर पहचान बनाने वाली मलिहाबादी दशहरी आम की याद ताजा हो जाती है. लेकिन आम के शुरुआती दौर में ही कोरोना महामारी ने आम बागवानों की चिंताएं बढ़ा दी है. फलपट्टी क्षेत्र में दशहरी आम की टूट शुरू होकर राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में पहुंचने भी लगी है, लेकिन कोरोना लॉकडाउन ने शुरुआती दौर में ही दशहरी की मिठास फीकी कर दी है. मलिहाबाद से आम टूटकर दिल्ली की मंडियों में पहुंचा तो वहां पर दशहरी आम की बिक्री पर कोरोना इफेक्ट देखने को मिला. कोरोना वायरस के चलते आम के खरीदार ही नहीं मिले.

दशहरी आम के नहीं मिल रहे खरीदार
दशहरी आम के नहीं मिल रहे खरीदार

पढ़ें-दशहरी आम के प्रजाति का पहला पेड़ आज भी है जीवित... पढ़ें पूरी कहानी

दिल्ली मंडी में दशहरी आम को नहीं मिले खरीदार

बीते दिनों मलिहाबाद से टूटकर दिल्ली गए आम को फल मंडी में खरीदने के लिए खरीदार नहीं मिले, जिससे मलिहाबाद के बागवानों ने आम की टूट पर रोक लगा दी. बगवान शेख ने बताया कि इस बार आम की फसल कमजोर हुई थी, जिससे आम मंडी में अच्छे दामो में बिकने की उम्मीद थी. लेकिन कोरोना के चलते दिल्ली की मंडियों में आम के खरीदार नहीं है. लिहाजा आम को सस्ते दामों में बेचा गया है.

लॉकडाउन में छूट नहीं मिली तो आने वाले दिनों में होंगी समस्याए

आम के थोक व्यापारी मुशर्रफ अली ने जानकरी दी कि अगर सरकार कोरोना लॉकडाउन (corona lockdown) में ढील नहीं देती है तो आने वाले दिनों में आम की बिक्री पर गहरा असर देखने को मिल सकता है. लॉकडाउन के कारण खरीदार आम खरीदने से परहेज कर रहे हैं. अभी आम की शुरुआत हुई है, उम्मीद है जैसे-जैसे समय बीतेगा आम के खरीदार भी बढ़ने लगेंगे.

आम के उचित दाम न मिले तो कर्ज तले दब जाएंगे आम बागवान

मलिहाबाद के आम बागवान प्रमोद कुमार, इशाक अहमद, पंकज, तसव्वर व दर्जनों बागवानों ने बताया कि पिछले साल कोरोना लॉकडाउन के चलते हम बागवानों की लागत भी निकलना मुश्किल हो गया था. ज्यादतर लोग कर्जे में डूब गए थे और इस साल की फसल के सहारे ये आस लगाए बैठे थे कि इस साल आम के दाम के उचित मूल्य मिल जाएंगे, तो हम लोगों के कर्ज दूर हो जाएगा. अब जिस तरह से शुरुआती दौर में ही आम के खरीदार नहीं मिल रहे हैं ऐसे तो हम लोग बर्बादी की कगार पर आ जायेंगे.

पढ़ें- कोरोना ने किया ऐसा क्लेश, दशहरी के सफर पर लगा 'ब्रेक'

पहले दिन की मंडी में मिले थे सही दाम

आढ़ती ने बताया कि 22 मई को मलिहाबाद से दिल्ली के लिए आम की पहली खेप गई थी. कम आम जाने से खरीदारों ने सही दामों में उसको खरीदा. पहली मंडी में दशहरी आम का दाम (dasheri mango price) 6 किलो का डिब्बा 150-250 और आम का 14 किलो का डिब्बा 300-500 के बीच बिका था. जिसके बागवानों ने अपनी टूट बढ़ा दी जब दूसरी गाड़ी मण्डी गई तो वहां आम के खरीदार ही नहीं मिले और मजबूरन आम को अगले दिन बेचने के लिए रोकना पड़ा.

आने वाले दिनों में कुछ भी कहना मुश्किल

आजादपुर फल मंडी के आम के थोक आढ़ती रौशन लाल ने बताया कि कोरोना लॉकडाउन के चलते खरीदार नहीं मिल रहे हैं. लोगों में कोरोना को लेकर दहशत बनी हुई है. लोग आम खरीदने को लेकर मंडियों में नहीं आ रहे हैं, ठेले नहीं लग पा रहे हैं. लोग आम खरीदारी को लेकर डायरेक्ट मंडी नहीं आते वह ठेलों पर आम खरीदते है जब तक लॉकडाउन में ढील नहीं होगी तब तक आम खरीदार कम आएंगे, जिससे आम का उचित मूल्य नहीं मिल पायेगा.

मलिहाबाद से दिल्ली की मंडियों में टूटकर गए दशहरी आम को खरीदार न मिलने से आम बागवानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं. वहीं आम के थोड़ आढ़ती ने बताया कि कोरोना लॉकडाउन के चलते खरीदार मंडियों में नहीं आ रहे हैं जिस कारण आम की बिक्री पर असर हो रहा है.

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