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स्मार्ट मीटर पर फीडबैक देकर उपभोक्ताओं ने लगाई असंतुष्टि की मुहर

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने प्रदेश के लगभग 12 लाख स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं से स्मार्ट मीटर के बारे में 1912 के माध्यम से लिखित फीडबैक लिया है. स्मार्ट मीटर के बारे में प्रदेश के उपभोक्ताओं का जो पहला रुझान आ रहा है, उससे सामने आ गया है कि स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता बिल्कुल भी खुश नहीं हैं.

स्मार्ट मीटर का मामला.
स्मार्ट मीटर का मामला.
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Published : Nov 29, 2020, 3:04 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं से मीटर की संतुष्टि और असंतुष्टि जानने के लिए बिजली विभाग ने फीडबैक फॉर्म जारी किया था. वहीं अब उपभोक्ताओं के फीडबैक आने भी शुरू हो गए हैं. पहले दिन फीडबैक रेफरेंडम में 61 प्रतिशत उपभोक्ताओं की नजर में स्मार्ट मीटर फेल हो गया है.

हेल्पलाइन नंबर 1912 पर दिये फीडबैक में उपभोक्ताओं ने इन स्मार्ट मीटरों की क्वालिटी पर असंतोष जाहिर किया है. हालांकि 38 प्रतिशत उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से संतुष्ट भी हैं. 488 उपभोक्ताओं के फीडबैक का संज्ञान नहीं लिया गया. पहले दिन कुल 2,230 उपभोक्ताओं का फीडबैक लिया गया है.

488 उपभोक्ताओं का कोई फीडबैक नहीं
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने प्रदेश के लगभग 12 लाख स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं से स्मार्ट मीटर के बारे में 1912 के माध्यम से लिखित फीडबैक लिया है. स्मार्ट मीटर के बारे में प्रदेश के उपभोक्ताओं का जो पहला रुझान आ रहा है उससे सामने आ गया है कि स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता बिल्कुल भी खुश नहीं हैं. फीडबैक के पहले दिन ही 61 प्रतिशत स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर पर अपना असंतोष जाहिर करते हुए उसे नकार दिया है. सिर्फ 38 प्रतिशत उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से संतुष्ट दिखे हैं.

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने 1912 के माध्यम से मोबाइल पर पहले दिन कुल लगभग 2,230 स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं से बात कर उनका फीड बैक लिया, जिसमें से कुल 1,067 उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर फीडबैक में शामिल होते हुए आक्रोश जाहिर किया. 669 स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं ने संतुष्टि व छह उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर को सही बताया है. 488 उपभोक्ताओं का कोई फीडबैक रिपोर्ट में अंकित नहीं किया गया, जो अपने आप में बड़ा सवाल भी पैदा कर रहा है. कुल मिलाकर पहले दिन के रुझान में स्मार्ट मीटर प्रदेश की जनता की नजर में पूरी तरह फेल साबित हुआ है. अब आगे के फीडबैक का इंतजार है.

अभी घर-घर जाकर फीडबैक लेने की रिपोर्ट का इंतजार
1912 पर उपभोक्ताओं का फीडबैक आ चुका है, लेकिन अभी तक घर-घर जाकर फीडबैक की कोई भी रिपोर्ट सामने नहीं आई है. उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि यह साबित करता है कि आगे मीटर निर्माता कम्पनियां व ईईएसएल कोई बड़ा खेल न कर दे. इस पर उपभोक्ता परिषद पूरी नजर बनाए हुए है. उधर सभी बिजली कम्पनियों में ज्यादातर ऐसी रिपोर्ट व फीडबैक सामने आ रहा है, जिससे बिजली कम्पनियों में हड़कंप मचा है, जो लोग अभी तक लीपापोती में जुटे थे और मीटर निर्माता कम्पनियों को बचा रहे थे. अब उपभोक्ताओ के फीडबैक पर उन पर कार्रवाई होना तय है.

उपभोक्ता परिषद की अपील
राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि प्रदेश के स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं से उपभोक्ता परिषद अपील करता है कि वह स्मार्ट मीटर से आने वाली सभी समस्याओं व दिक्कतों के बारे मे बेबाक होकर अपनी राय दें. अब प्रदेश के 12 लाख उपभोक्ता स्मार्ट मीटर परियोजना का भविष्य तय करेंगे.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं से मीटर की संतुष्टि और असंतुष्टि जानने के लिए बिजली विभाग ने फीडबैक फॉर्म जारी किया था. वहीं अब उपभोक्ताओं के फीडबैक आने भी शुरू हो गए हैं. पहले दिन फीडबैक रेफरेंडम में 61 प्रतिशत उपभोक्ताओं की नजर में स्मार्ट मीटर फेल हो गया है.

हेल्पलाइन नंबर 1912 पर दिये फीडबैक में उपभोक्ताओं ने इन स्मार्ट मीटरों की क्वालिटी पर असंतोष जाहिर किया है. हालांकि 38 प्रतिशत उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से संतुष्ट भी हैं. 488 उपभोक्ताओं के फीडबैक का संज्ञान नहीं लिया गया. पहले दिन कुल 2,230 उपभोक्ताओं का फीडबैक लिया गया है.

488 उपभोक्ताओं का कोई फीडबैक नहीं
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने प्रदेश के लगभग 12 लाख स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं से स्मार्ट मीटर के बारे में 1912 के माध्यम से लिखित फीडबैक लिया है. स्मार्ट मीटर के बारे में प्रदेश के उपभोक्ताओं का जो पहला रुझान आ रहा है उससे सामने आ गया है कि स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता बिल्कुल भी खुश नहीं हैं. फीडबैक के पहले दिन ही 61 प्रतिशत स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर पर अपना असंतोष जाहिर करते हुए उसे नकार दिया है. सिर्फ 38 प्रतिशत उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से संतुष्ट दिखे हैं.

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने 1912 के माध्यम से मोबाइल पर पहले दिन कुल लगभग 2,230 स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं से बात कर उनका फीड बैक लिया, जिसमें से कुल 1,067 उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर फीडबैक में शामिल होते हुए आक्रोश जाहिर किया. 669 स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं ने संतुष्टि व छह उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर को सही बताया है. 488 उपभोक्ताओं का कोई फीडबैक रिपोर्ट में अंकित नहीं किया गया, जो अपने आप में बड़ा सवाल भी पैदा कर रहा है. कुल मिलाकर पहले दिन के रुझान में स्मार्ट मीटर प्रदेश की जनता की नजर में पूरी तरह फेल साबित हुआ है. अब आगे के फीडबैक का इंतजार है.

अभी घर-घर जाकर फीडबैक लेने की रिपोर्ट का इंतजार
1912 पर उपभोक्ताओं का फीडबैक आ चुका है, लेकिन अभी तक घर-घर जाकर फीडबैक की कोई भी रिपोर्ट सामने नहीं आई है. उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि यह साबित करता है कि आगे मीटर निर्माता कम्पनियां व ईईएसएल कोई बड़ा खेल न कर दे. इस पर उपभोक्ता परिषद पूरी नजर बनाए हुए है. उधर सभी बिजली कम्पनियों में ज्यादातर ऐसी रिपोर्ट व फीडबैक सामने आ रहा है, जिससे बिजली कम्पनियों में हड़कंप मचा है, जो लोग अभी तक लीपापोती में जुटे थे और मीटर निर्माता कम्पनियों को बचा रहे थे. अब उपभोक्ताओ के फीडबैक पर उन पर कार्रवाई होना तय है.

उपभोक्ता परिषद की अपील
राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि प्रदेश के स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं से उपभोक्ता परिषद अपील करता है कि वह स्मार्ट मीटर से आने वाली सभी समस्याओं व दिक्कतों के बारे मे बेबाक होकर अपनी राय दें. अब प्रदेश के 12 लाख उपभोक्ता स्मार्ट मीटर परियोजना का भविष्य तय करेंगे.

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